Bulandsahar में महिला सब इंस्पेक्टर के आत्महत्या के मामले में मुरादाबाद के PTI के खिलाफ केस दर्ज
बुलंदशहर में तैनात सब इंस्पेक्टर ने आरोपित पीटीआई की यातनाओं से तंग आकर एक जनवरी को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। महिला दारोगा के भाई की शिकायत के बाद मुरादाबाद पीटीसी में तैनात पीटीआई के मामला दर्ज किया गया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश पुलिस में 2015 बैच की महिला सब इंस्पेक्टर की एक जनवरी को आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। शामली निवासी बुलंदशहर में तैनात महिला दारोगा की आत्महत्या के मामले में मुरादाबाद पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में तैनात फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर(पीटीआइ) के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है।
बुलंदशहर में तैनात सब इंस्पेक्टर ने आरोपित पीटीआई की यातनाओं से तंग आकर एक जनवरी को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। महिला दारोगा के भाई की शिकायत के बाद मुरादाबाद पीटीसी में तैनात पीटीआई के मामला दर्ज किया गया है। आरोपित के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और महिला दारोगा को ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज कराया गया है। शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। महिला सब इंस्पेक्टर की शादी तय हो चुकी थी लेकिन इसके बावजूद आरोपी उस पर शादी ना करने का दबाव बना रहा था। मृतका के भाई ने एसएसपी से मुलाकात कर शिकायत पत्र सौंपा था।
आरोप है कि पीटीआइ ने महिला दारोगा की चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दौरान उसने वीडियो भी रिकॉर्ड किया था। वह अश्लील वीडियो से उसे ब्लैकमेल करता था। इस वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर वह पीड़िता का लगातार यौन शोषण करता था। इससे परेशान होकर महिला सब इंस्पेक्टर ने एक जनवरी को अपने आवास पर फांसी लगाकर जान दे दी थी। पीटीआइ
मृतका के भाई के मुताबिक उसकी बहन आखिरी बार 28 दिसंबर, 2020 को आरोपी से मिली थी। उसने बताया कि पीटीआई ने उसे चाय पीने के बहाने बुलाया और चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
मृतका अनूपशहर थाने में तैनात थी और रोज मकान मालकिन साथ खाना खाती थी। एक जनवरी की शाम सात बजे मकान मालकिन ने खाने के लिए उनको आवाज लगाई थी लेकिन उन्होंने कुछ देर में आने की बात कही थी। रात 9 बजे तक महिला दारोगा खाना खाने नीचे नहीं आई। इसके बाद दरवाजा तोड़कर देखा गया तो महिला सब इंस्पेक्टर ने फांसी लगा ली थी।
युवती ढाई साल से बुलंदशहर में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थीं। 30 वर्षीय शमली जिले के भैंसवाल गांव की निवासी युवती 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुईं थी और पहली तैनाती बुलंदशहर में थी। वह यहां के नेहरूगंज में एक मकान की तीसरी मंजिल कर रहती थी।