कूड़ा-पराली जलाने पर दोषियों के खिलाफ दर्ज कराएं मुकदमा

जनपद में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन कड़ा रुख अपनाने जा रहा है। अब शहर से लेकर देहात क्षेत्रों तक कूड़ा-पराली जलाने वालों पर टीम नजर रखेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 05:39 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 05:39 PM (IST)
कूड़ा-पराली जलाने पर दोषियों के खिलाफ दर्ज कराएं मुकदमा
कूड़ा-पराली जलाने पर दोषियों के खिलाफ दर्ज कराएं मुकदमा

बुलंदशहर, जेएनएन। जनपद में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन कड़ा रुख अपनाने जा रहा है। अब शहर से लेकर देहात क्षेत्रों तक कूड़ा-पराली जलाने वालों पर टीम नजर रखेंगी। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारियों को क्षेत्रवार जिम्मेदारी सौंपी गई है। फिर भी कहीं से कूड़ा जलाने की सूचना मिलती है तो जिम्मेदारी तय कर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डीएम रविंद्र कुमार ने कैंप कार्यालय पर रविवार को वायु प्रदूषण रोकने को लेकर की गई कार्रवाई और प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ क्षेत्र में भ्रमण कर निगरानी करें। यह सुनिश्चित करें कि क्षेत्र में कहीं भी कूड़ा-करकट, पराली या फसल अवशेष किसी भी दशा न जलाए जाएं। यदि कहीं से भी कूड़ा-करकट जलाने की सूचना मिले तो तत्काल संज्ञान लेकर आग को बुझाएं। साथ ही दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए जुर्माना भी वसूलें। लोगों पर की गई कार्रवाई का लाउडस्पीकर से एनाउंसमेंट कराकर प्रचार-प्रसार कराएं। इसके अलावा ग्राम पंचायत, मोहल्लों में बाल पेंटिग, मुनादि आदि से जागरुकता फैलाएं। एनजीटी के द्वारा सैटेलाइट मानिटरिग के माध्यम से अभी तक 14 घटनाओं पर कार्रवाई कराई गई है। उन्होंने कहा कि जिले में कहीं भी कूड़ा, पराली व फसल अवशेष जलाने की घटना प्रकाश में आने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की जाएगी। ईओ, बीडीओ एवं कृषि विभाग के अधिकारी भी कर्मचारियों के साथ बैठक कर उन्हें निर्देशित करें कि क्षेत्रों में कहीं कूड़ा न जलने पाए। फिर भी कूड़ा जलाने की सूचना मिले तो संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करें। बैठक में सीडीओ अभिषेक पांडेय, एडीएम वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार सिघल, उप निदेशक कृषि आरपी चौधरी आदि अधिकारी रहे।

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