कृषि कानून के विरोध में किसानों ने लगाया जाम, प्रदर्शन

कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में होने वाले आंदोलन में शामिल होने जा रहे जिले के किसानों को पुलिस ने बीबीनगर में रोक दिया। विरोध में किसानों ने सड़क पर धरने पर बैठ गए। काफी हो-हल्ला के बाद पुलिस किसानों को बैरंग लौटाने में कामयाब हुई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 10:47 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 10:47 PM (IST)
कृषि कानून के विरोध में किसानों ने लगाया जाम, प्रदर्शन
कृषि कानून के विरोध में किसानों ने लगाया जाम, प्रदर्शन

जेएनएन, बुलंदशहर: कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में होने वाले आंदोलन में शामिल होने जा रहे जिले के किसानों को पुलिस ने बीबीनगर में रोक दिया। विरोध में किसानों ने सड़क पर धरने पर बैठ गए। काफी हो-हल्ला के बाद पुलिस किसानों को बैरंग लौटाने में कामयाब हुई। ऊंचागांव और शिकारपुर में किसानों ने जाम लगाकर कृषि कानून वापस करने की मांग की। वहीं, कई ब्लाक से शुक्रवार को किसान ग्रामीण क्षेत्रों की सड़क से आंदोलन में शामिल होने की रणनीति तैयार कर रहे हैं।

भारतीय किसान महासंघ के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन हरपाल गुट के मंडल अध्यक्ष चौधरी प्रहलाद सिंह और जिलाध्यक्ष कपिल सिरोही के नेतृत्व में बीबीनगर, शिकारपुर और अगौता क्षेत्र से करीब 150 किसान दिल्ली रवाना हुए। बीबीनगर थाने पर पुलिस ने बैरिकेडिग लगाकर किसानों को रोक लिया। किसानों ने कृषि कानून के विरोध में नारेबाजी की और पुलिस पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। मंडल अध्यक्ष प्रहलाद सिंह ने कहा कि कृषि कानून को वापस नहीं लिया जाता तब तक किसान आंदोलन करते रहेंगे। इस दौरान सूबेदार बिजेंद्र सिंह, भोपाल सिंह, बिन्नू चौधरी, सेंसरपाल सिंह, शमीम खान, विजय बहादुर, जितेन्द्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, जयकरण सिंह, संजय सिंह, रिकू चौधरी व श्याम सिंह आदि रहे।

औरंगाबाद : किसान सभा ने गांव पवसरा और जाड़ौल में रोड जाम कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने दिल्ली घेराव के लिए आ रहे किसानों पर भाजपा सरकार द्वारा की गई गिरफ्तारी, लाठीचार्ज व वाटर कैनन के इस्तेमाल की निदा की। जगबीर सिंह, हरेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार, संजीव कुमार, आशीष, मनोज और हिम्मत सिंह आदि मौजूद रहे।

ऊंचागांव : क्षेत्रीय किसान सभा ने सरकार की गलत कृषि नीतियों के विरोध में गांव नंगला मदारीपुर के चौराहे पर जाम लगाकर धरना दिया। धरने की अध्यक्षता कर रहे रामभूल सिंह ने कहा कि सरकार किसानों पर काला कानून लागू करके बर्बाद करना चाहती है। रामानंद, रामचरन, रामेश्वर, सालग सिंह, राजवीर सिंह, प्रेमचंद आदि किसान मौजूद रहे।

उधर, शिकारपुर में किसान सभा के नेतृत्व में शिकारपुर-अनूपशहर मार्ग पर कृषि कानून के विरोध में किसानों ने प्रदर्शन किया। सभा क्षेत्रीय अध्यक्ष जयभगवान शर्मा ने दिल्ली घेराव के लिए जा रहे किसानों पर भाजपा सरकार द्वारा की गई गिरफ्तारी एवं लाठीचार्ज की निदा की। इस मौके पर मूलचंद त्यागी, साबिर अली, श्रीकृष्ण शर्मा, वीरपाल सिंह, ज्ञानवीर सिह, लक्ष्मी सिंह, जगदीश सिंह, चंद्रपाल सिंह, धर्मेंद्र सिंह, रमेश, किरणपाल सिंह आदि मौजूद रहे। लगा रहा जाम, दौड़ती रही पुलिस

ऊंचागांव और शिकारपुर के सपंर्क मार्गो पर किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। किसानों ने सड़क पर जाम लगाया और कृषि कानून को वापस करने की मांग की। इस दौरान पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों की मानमनौव्वल की। इसके साथ ही कोरोना वायरस और शारीरिक दूरी का पालन के साथ-साथ सर्दी का हवाला देकर किसानों को दिल्ली कूच करने के लिए रोका। जाम के दौरान राहगीर काफी परेशान रहे। हालांकि पुलिस ने किसानों की मानमनोव्वल करके जाम खुलवाया और कानून का पालन करने का आग्रह किया।

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