बुल-8 से 10, 15, 16.. -ट्रैक्टरों को लेकर किसानों ने कोतवाली का किया घेराव
जेएनएन बुलंदशहर पुलिस पर भ्रष्टाचार समेत कई मांगों को लेकर किसानों ने ट्रैक्टरों से कोतवाली का घेराव किया। साथ ही कोतवाली परिसर में धरने पर बैठ गए।
जेएनएन, बुलंदशहर: पुलिस पर भ्रष्टाचार समेत कई मांगों को लेकर किसानों ने ट्रैक्टरों से कोतवाली का घेराव किया। साथ ही कोतवाली परिसर में धरने पर बैठ गए। जहां काफी देर तक प्रशासनिक अधिकारियों के नहीं आने पर किसानों ने कोतवाली के एक कक्ष और साइड वाले गेट पर ताला लगा दिया। साथ ही भैंस लाकर उसके ऊपर गूंगी बहरी सरकार लिखा।
बुधवार दोपहर को भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष बब्बन चौधरी के नेतृत्व में किसान ट्रैक्टर लेकर कोतवाली खुर्जा नगर परिसर में पहुंच गए। साथ ही कुछ किसानों ने कचहरी मार्ग पर ट्रैक्टर-ट्राली खड़ी कर जाम लगा दिया। किसानों ने कोतवाली का घेराव करते हुए परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष बब्बन चौधरी ने कहा कि पुलिस अपनी कार्यप्रणाली में तानाशाही रवैया अपना रही है। किसानों की सुनवाई नहीं होती है और उनका पुलिस द्वारा आए दिन उत्पीड़न किया जाता है। उन्होंने कहा कि थाने व चौकी में सर्वाधिक भ्रष्टाचार हो रहा है। बेवजह किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाते हैं। जिसकी शिकायत करने पर किसानों से अभद्रता भी की जाती है। इसके अलावा किसानों ने चकबंदी प्रक्रिया में अनियमितताओं को बंद करने, कोरोना कर्फ्यू के दौरान के विद्युत के बिलों को माफ करने, गेहूं क्रय केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में वारदाना की व्यवस्था, ऊर्जा निगम द्वारा किसानों से अवैध उगाही को रोकने आदि मांगों को लेकर वार्ता की। साथ ही जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं अपनी मांगों को लेकर किसानों ने कोतवाली प्रभारी के कक्ष में जाकर उनका घेराव किया। सूचना मिलने पर एसडीएम लवी त्रिपाठी मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग करते हुए देर शाम तक कोतवाली में डटे रहे। इसमें आलोक चौधरी, शोएब, दलवीर, सोनू, बच्चू सिंह, केहर सिंह, जगदीश, दिनेश, सुदेश, विकास, प्रेमवीर सिंह, लोकेश, तारीख अली मौजूद रहे।
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भैंस पर गूंगी-बहरी सरकार लिख जड़ा ताला
खुर्जा कोतवाली परिसर में किसानों के धरने पर काफी देर तक अधिकारी नहीं पहुंचे, तो उनका गुस्सा फूट गया। किसानों ने कोतवाली परिसर के एक कक्ष और ज्ञानलोक कालोनी की तरफ वाले गेट पर ताला जड़ दिया। इतना ही नहीं किसान भैंस को कोतवाली लेकर पहुंच गए। जिस पर उन्होंने गूंगी-बहरी सरकार लिख दिया। साथ ही जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।