मनरेगा में सात हजार प्रवासी कामगारों को मिला रोजगार

लॉकडाउन में गैर प्रांत और जनपदों से अपने घर पहुंच चुके प्रवासी कामगारों को रोजगार दिलाने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। कंपनियों से बुलावा आने पर प्रवासी कामगार काम पर वापस भी लौट गए हैं। कंपनी से बुलावा नहीं आने पर कामगार काम की तलाश के साथ स्वरोजगार का विचार बना रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 08:14 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 08:14 PM (IST)
मनरेगा में सात हजार प्रवासी कामगारों को मिला रोजगार
मनरेगा में सात हजार प्रवासी कामगारों को मिला रोजगार

बुलंदशहर, जेएनएन। लॉकडाउन में गैर प्रांत और जनपदों से अपने घर पहुंच चुके प्रवासी कामगारों को रोजगार दिलाने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। कंपनियों से बुलावा आने पर प्रवासी कामगार काम पर वापस भी लौट गए हैं। कंपनी से बुलावा नहीं आने पर कामगार काम की तलाश के साथ स्वरोजगार का विचार बना रहे हैं। लॉकडाउन में गैर जनपद व प्रांतों से 13680 प्रवासी कामगार जिले वापस लौट कर आएं हैं। सरकार ने उनको तुरंत रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए ग्राम पंचयात में मनरेगा में काम शुरू कराने के लिए निर्देश जारी किए थे। प्रशासन ने प्रवासी कामगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए बड़े पैमाने पर मनरेगा जॉब कार्ड बना कर काम पर लगाया था। हालांकि कंपनियों से बुलावा आने पर कुछ प्रवासी कामगार अपने काम पर वापस लौट गए हैं। वहीं कुछ कामगारों को बुलावे का इंतजार है। वहीं कुछ कामगार रोजगार की तलाश में प्रवासी श्रमिक सहायता केंद्र पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन ने 8500 प्रवासी कामगारों के मनरेगा में जॉब कार्ड बना कर 7044 के लगभग प्रवासी कामगारों को रोजगार दिया है। वहीं 53 कामगारों के स्वारोजगार के लिए आवेदन भेजे गए हैं। वहीं रोजगार मेले में 51 कामगारों को रोजगार दिलाया गया है।

..

बोले प्रवासी कामगार

गुजरात में होंडा बाइक कंपनी में काम करता था। लॉकडाउन में वापस गांव लौट आएं थे। कंपनी से भी बुलावा नहीं आया है। काफी दिन से काम की तलाश में हैं। लेकिन अभी तक काम नहीं मिल पाया है। परिवार का पालन पोषण करने में परेशानी हो रही है।

- मोनू कुमार, प्रवासी कामगार

....

कंपनी से बुलावा आने का इंतजार है। अभी कंपनी की तरफ से वापस लौटने की कोई सूचना नहीं आई है। वहीं अभी तक कोई काम भी नहीं मिल पाया है। जिससे परिवार का पालन पोषण करने में परेशानी हो रही है। अब यहीं रहकर स्वरोजगार करने का विचार बनाया है।

- रंजीत कुमार, प्रवासी कामगार ...

इन्होंने कहा..

प्रवासी श्रमिक सहायता केंद्र पर प्रवासी कामगारों की काउंसलिग कर स्वरोजगार के इच्छुक कामगारों से आवेदन कराएं जा रहे हैं। अभी तक 80 कामगारों के आवेदन विभागों को भेजे जा चुके हैं। वहीं रोजगार मेले में 51 प्रवासी कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।

- शशिभूषण उपाध्याय, जिला रोजगार अधिकारी

chat bot
आपका साथी