पुरानी पेंशन बहाली की मांग लेकर कर्मचारियों ने भरी हुंकार

पुरानी पेंशन बहाली से लेकर अन्य मांगों को पूरा कराने के लिए कर्मचारी अधिकारियों के संगठन ने पहले बीएसए दफ्तर पर फिर कलेक्ट्रेट पर हुंकार भरी। बाद में कलक्ट्रेट में सीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 07:18 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 07:18 PM (IST)
पुरानी पेंशन बहाली की मांग लेकर कर्मचारियों ने भरी हुंकार
पुरानी पेंशन बहाली की मांग लेकर कर्मचारियों ने भरी हुंकार

बुलंदशहर, जेएनएन। पुरानी पेंशन बहाली से लेकर अन्य मांगों को पूरा कराने के लिए कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स एकजुट हो गए हैं। गुरुवार को उन्होंने कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स अधिकार मंच के बैनर तले प्रांतीय आह्वान पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर हुंकार भरी। इस दौरान जिले के परिषदीय, माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। अंत में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन डा. प्रशांत कुमार को सौंपा।

सरकार की वादाखिलाफी

पर जताया रोष

इस दौरान मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी पर प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर 30 नवंबर को लखनऊ के ईको गार्डन में विशाल रैली की जाएगी, जिसमें प्रदेश भर के शिक्षक व कर्मचारी प्रतिभाग करेंगे।

मंच के संयोजक आनंद शर्मा ने मांग की कि वित्तविहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को भी समान कार्य का समान वेतन दिलाया जाए। वंचित तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण किया जाए। महामंत्री केपी सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की तरह राज्य कर्मचारियों के लिए भी भत्ते मिलें, सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों को लागू किया जाए। मंच उपाध्यक्ष कौशल किशोर ने कहा कि सरकार परिषदीय विद्यालयों का संविलियन करके प्रधानाध्यापकों के पद समाप्त कर रही है। शिक्षकों का इस प्रकार से शोषण नहीं होने दिया जाएगा।

मीडिया प्रभारी अरुण राठी ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने और शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने की मांग की। उपाध्यक्ष अनीता त्यागी, मंत्री बाबू सिंह ने चेताया कि प्रदेश का शिक्षक व कर्मचारी अब एकजुट हो गया है। यदि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। धरने देने वालों में गीतिका शर्मा, चितन चौधरी, सुनीता सोलंकी, उदयवीर सिंह, चितन चौधरी, सलीम खान, मधु जौहरी, दीप्ति, पूनम, सुमन, पिकी, गुंजन शर्मा, सुशील शर्मा, राजकुमार, अनुपम शर्मा आदि शामिल रहे।

यह उठाई मांग

पुरानी पेंशन बहाली, शिक्षकों का सामूहिक बीमा 10 लाख करने, कैशलेस चिकित्सा सुविधा, वेतन विसंगति दूर करने, शिक्षा मित्रों एवं अनुदेशकों को स्थाई नियुक्ति देने, रसोइयों एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय क्रमश: 10 हजार एवं 15 हजार करने सहित विभिन्न मांगों को पूरा करने की आवाज उठाई।

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