जिले में बड़े पैमाने पर बदले जाएंगे बिजली मीटर

जेएनएन बुलंदशहर बिजली मीटर में रीडिग स्टोर करने के होने वाले खेल को रोकने के लिए निगम जिले में 60 फीसद बिजली मीटर बदलने की योजना बना रहा है। इसका सबसे कारण यह कि पुराने मीटरों में प्रोब डिवाइस से रीडिग नहीं हो पा रही है। निगम ने पुराने बिजली मीटर बदलने की तैयारी शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:11 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:11 PM (IST)
जिले में बड़े पैमाने पर बदले जाएंगे बिजली मीटर
जिले में बड़े पैमाने पर बदले जाएंगे बिजली मीटर

जेएनएन, बुलंदशहर : बिजली मीटर में रीडिग स्टोर करने के होने वाले खेल को रोकने के लिए निगम जिले में 60 फीसद बिजली मीटर बदलने की योजना बना रहा है। इसका सबसे कारण यह कि पुराने मीटरों में प्रोब डिवाइस से रीडिग नहीं हो पा रही है। निगम ने पुराने बिजली मीटर बदलने की तैयारी शुरू कर दी है।

ऊर्जा निगम ने बिजली मीटरों में रीडिग स्टोर कर विभाग को बड़े पैमाने पर होने वाले नुकसान को रोकने के लिए निगम ने प्रोब डिवाइस के माध्यम से रीडिग लेकर बिल बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी। जिले में 60 फीसद बिजली मीटर पुराने हैं, जिनमें प्रोब डिवाइस के सपोर्ट नहीं करने से प्रोब डिवाइस के माध्यम से रीडिग लेकर बिल नहीं बन रहे हैं। जिले में बड़े पैमाने पर बिजली मीटरों में रीडिग स्टोर मिली थी। उपभोक्ता और मीटर रीडरों की मिलीभगत से इनको खराब दर्शा कर बदलवा दिया गया था। निगम की लैब में मीटरों की जांच में यह फर्जीवाड़ा सामने आया था। जिसके चलते विभाग में हडकंप मच गया था। निगम ने उपभोक्ता और मीटर रीडरों के खेल को रोकने के लिए प्रोब डिवाइस के माध्यम से रीडिग लेने के बाद बिली बनाने की योजना शुरू की थी लेकिन जिले के तीन लाख उपभोक्ताओं के बिजली मीटर पुराने होने के कारण निगम ने अब इनको बदलने की तैयारी में जुटा है।

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मीटर बदलने को लिखा पत्र

अफसरों ने पुराने बिजली मीटर बदलने की कार्रवाई के लिए निगम से पत्राचार किया है। हरी झंडी मिलने के बाद मीटर बदलने की प्रक्रिया शुरू होगी।

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इन्होंने कहा..

लगभग तीन लाख उपभोक्ताओं के बिजली मीटर पुराने होने के कारण प्रोब डिवाइस काम नहीं कर पा रही है। हालांकि 40 फीसद मीटरों में डिवाइस सफल साबित रही है। पुराने बिजली मीटर बदलने का आदेश मिलने के बाद मीटर बदलने का काम शुरू कराया जाएगा।

- अवधेश कुमार सिंह, मुख्य अभियंता ऊर्जा निगम

बुल 31, बिजली के खंभों पर लपेटी जा रही प्लास्टिक

संवाद सूत्र, शिकारपुर: बरसात के दिनों में बिजली के खंभों में करंट आ जाने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोके जाने के लिए बिजली विभाग की ओर से कदम उठाते हुए बिजली के खंभों के निचले हिस्से पर करीब 5 फुट लंबाई तक प्लास्टिक की पन्नी लगाई गई है ताकि करंट से बचाव हो सके। बरसात के मौसम में करंट आने से अक्सर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। कम्मो पर प्लास्टिक लपेटे जाने से निश्चित रूप से बचाव रहेगा। इस संबंध में जेई से मोबाइल पर बातचीत करने का प्रयास किया। लेकिन फोन रिसीव नहीं हो पाया।

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