विद्युत कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ खोला मोर्चा

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में बुधवार को ऊर्जा निगम के सर्किल कार्यालय में निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया। जिसमें ऊर्जा निगम के निजीकरण के फैसले को वापस लेने की मांग की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 11:02 PM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 11:02 PM (IST)
विद्युत कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ खोला मोर्चा
विद्युत कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ खोला मोर्चा

बुलंदशहर, जेएनएन। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में बुधवार को ऊर्जा निगम के सर्किल कार्यालय में निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया। जिसमें ऊर्जा निगम के निजीकरण के फैसले को वापस लेने की मांग की गई।

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी निजीकरण के विरोध में शाम चार बजे से पांच बजे निजीकरण को लेकर सर्किल कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जूनियर इंजीनियर संगठन के क्षेत्रीय सचिव शैलेस शर्मा ने कहा कि आगरा और गौतमबुद्धनगर में ऊर्जा निगम का निजीकरण बहुत पहले किया गया था। निजी कंपनी मानकों के अनुसार कार्य नहीं कर रही है। उपभोक्ताओं का शोषण हो रहा है। बिजली का निजीकरण होने पर कर्मचारी स्थाई नहीं हो पाएंगे। कामरेड सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि निजीकरण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आंदोलन को धार दी जाएगी। बिजली का निजीकरण विद्युत कर्मचारी और उपभोक्ताओं के हित में नहीं हैं। सरकार जब तक अपना फैसला वापस नहीं लेती है तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रदर्शन में विकास शर्मा, राजकुमार सहदेव, राजू सक्सेना, रमाशंकर मौजूद रहे।

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