डेयरियों से बहाया जा रहा गोबर, नाले-नालियां चोक
प्रशासन के निर्देशों के बावजूद नगरपालिका डेयरी संचालकों पर अंकुश लगाने में नाकाम है। नगर के विभिन्न रिहायशी इलाकों में डेयरियों का संचालन बेरोकटोक हो रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। प्रशासन के निर्देशों के बावजूद नगरपालिका डेयरी संचालकों पर अंकुश लगाने में नाकाम है।
नगर के विभिन्न रिहायशी इलाकों में डेयरियों का संचालन बेरोकटोक हो रहा है। जिसमें सरायझाझन, शेखबाड़ा, गद्दीबाड़ा, रिसालदारान, जुमाईपुरा आदि मोहल्ले शामिल है। प्रशासन ने रिहायशी इलाकों में डेयरी संचालकों द्वारा नालियों में गोबर व पशु का बचा कचरा बहाने जाने से सड़कों पर जलभराव को गंभीरता से लिया था। ऐसी डेयरियों को चिह्नित करने व जुर्माना राशि वसूलने के साथ साथ समर्सेबिल पंपों को नष्ट कराते हुए पालिका प्रशासन को एक माह में डेयरियों को नगर के दूर संचालित करने का निर्देश दिया था। 35 डेयरियों को चिह्नित करते हुए नोटिस जारी किए थे।लेकिन आठ माह बाद भी न तो डेयरियों से गोबर बहाना ही बंद हुआ है और न ही पालिका प्रशासन उन्हें रिहायशी इलाकों से दूर भेज पाया है।
बोले लोग--
तत्कालीन एसडीएम शुभी सिंह काकन ने डेयरी संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया था। छापेमारी के दौरान समर्सेबिल पंप नष्ट कराए थे। लेकिन इसके बाद कोई अभियान नहीं चला। घर के आगे जलभराव की समस्या बनी हुई है।
-अनीता, निवासी मोहल्ला सरायझाझन
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मोहल्ले में गोबर नालियों में बहाए जाने से जीना दुश्वार है, रिश्तेदार हो या काफी समारोह, लोगों को गोबर से भरे जलभराव से होकर गुजरना पड़ता है। शिकायतों के बावजूद प्रशासन इसको लेकर गंभीर नहीं है।
-अंगूरी देवी, निवासी मोहल्ला शेखबाड़ा
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अभियान तो चलता है, लेकिन अधिकारी केवल बाहर से भ्रमण कर चले जाते हैं, डेयरी संचालकों पर जब तक कठोर नहीं होगी, तब तक राहत नहीं मिलेगी। कुछ लोग इस गंदगी को लेकर लोग मकान छोड़ रहे हैं।
-शेर सिंह, निवासी सरायझाझन
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नालियों चौक होने व गोबर फैलने के साथ दुर्गंध से लोग बेहाल है। जिससे बीमारियां फैलने का अंदेशा बना हुआ है। बरसात में स्थिति विकट हो जाती है। घरों में भी जलभराव हो जाता है, लेकिन अधिकारी सिर्फ कागाजी कार्रवाई करते हैं।
-राजेन्द्र सिंह, निवासी शेखबाड़ा
इन्होंने कहा..
समय समय पर डेयरी संचालकों पर कार्रवाई की जाती है। एनजीटी के निर्देश के बाद पांच से 25 हजार के जुर्माने के नोटिस भेजे जा रहे है। जिसकी रिकवरी से जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
-राजेन्द्र सिंह, सफाई निरीक्षक, नगरपालिका, सिकंदराबाद।