नलकूप निर्माण को लेकर जताई नाराजगी, शिकायत

खुर्जा में बरौली मार्ग पर जल निगम द्वारा किए जा रहे नलकूप के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई। साथ ही तहसील पहुंचकर एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और वहां नलकूप का निर्माण नहीं कराने की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 11:11 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 11:11 PM (IST)
नलकूप निर्माण को लेकर जताई नाराजगी, शिकायत
नलकूप निर्माण को लेकर जताई नाराजगी, शिकायत

बुलंदशहर, जेएनएन। खुर्जा में बरौली मार्ग पर जल निगम द्वारा किए जा रहे नलकूप के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई। साथ ही तहसील पहुंचकर एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और वहां नलकूप का निर्माण नहीं कराने की मांग की।

शुक्रवार को बरौली मार्ग मोहल्ला मुरारीनगर के लोग एकत्र होकर एसडीएम कार्यालय पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि मार्ग पर जल निगम द्वारा नलकूप का अवैध निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें आधा कार्य हो चुका है। जिस भूमि पर कार्य किया जा रहा है। वह भूमि नाले की है और उसके बराबर में कब्रिस्तान का गेट भी है। निर्माण कार्य को पूर्व में लोगों द्वारा रूकवा दिया गया था। गुरुवार को फिर से जल निगम की टीम आई और निर्माण कार्य शुरू कर दिया। मना करने के बाद भी निर्माण कार्य नहीं रोका गया। जिस पर लोगों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने यथास्थिति बनाने की बात दोनों पक्षों से कहीं। मामले में लोगों ने निर्माण कार्य को रोके जाने और किसी अन्य स्थान पर नलकूप के लिए निर्माण की मांग की। जिसको लेकर उन्होंने एसडीएम लवी त्रिपाठी को शिकायती पत्र सौंपा। जिस पर एसडीएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसमें आसिफ जमाली, सत्यपाल, बंसत शर्मा, हरपाल, मोनू, मोहम्मद सलमान, रफीक आदि रहे।

डीएफओ ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों से की वार्ता

अरनिया में गांव खुटेना के जंगल में ग्रामीण तेंदुआ होने की आशंका जता रहे हैं। जिसको लेकर शुक्रवार को डीएफओ गांव पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की। साथ ही जंगल में घूमते हुए जांच-पड़ताल की। हालांकि टीम को तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हुई है।

मंगलवार शाम को अरनिया क्षेत्र के गांव खुटेना निवासी मालती देवी पर किसी जानवर ने हमला कर दिया था। जिसके बाद से ही ग्रामीण उक्त जानवर को तेंदुआ होना बता रहे हैं और जंगल की तरफ जाने में भी डर रहे हैं। गुरुवार को भी दिनभर लामबंद होकर ग्रामीण जंगल में तेंदुआ की तलाश में घूमते रहे थे, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। अब शुक्रवार सुबह डीएफओ गौतम सिंह, रेंजर उमेश कुमार पाठक, वन दारोगा फतेह सिंह और वन रक्षक प्रमोद कुमार गांव पहुंच गए। जहां उन्होंने ग्रामीणों से वार्ता की और उनसे हमला करने वाले जानवर के विषय में जानकारी जुटाई। साथ ही जंगल की तरफ घूमते हुए भी जांच-पड़ताल की। हालांकि तेंदुआ होने की पुष्टि वन विभाग की टीम को नहीं हुई है। टीम के समझाने पर ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल कुछ कम हुआ है। वन रक्षक फतेह सिंह ने बताया कि अभी तक तेंदुआ होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है।

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