बरसात से झाझर की वाल्मीकि बस्ती में भरा पानी

सिकंदराबाद में प्रशासन की उदासीनता से हर बार जलभराव का दंश झेलने वाले झाझर की वाल्मीकि बस्ती के बाशिदों के लिए इस बार संकट और गहराया गया है। तीन दिन से हो रही बरसात के कारण पानी की निकासी का रास्ता बंद होने से अब बाढ़ जैसे हालत बने गए है। दर्जन भर घरों में बरसात का पानी घुसने से बस्ती के लोग बेहाल है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 11:15 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 11:15 PM (IST)
बरसात से झाझर की वाल्मीकि बस्ती में भरा पानी
बरसात से झाझर की वाल्मीकि बस्ती में भरा पानी

जेएनएन, बुलंदशहर। सिकंदराबाद में प्रशासन की उदासीनता से हर बार जलभराव का दंश झेलने वाले झाझर की वाल्मीकि बस्ती के बाशिदों के लिए इस बार संकट और गहराया गया है। तीन दिन से हो रही बरसात के कारण पानी की निकासी का रास्ता बंद होने से अब बाढ़ जैसे हालत बने गए है। दर्जन भर घरों में बरसात का पानी घुसने से बस्ती के लोग बेहाल है।

झाझर गांव स्थित वाल्मीकि बस्ती के महेश चंद ने बताया कि बस्ती का पानी आठ पूर्व तालाब में जाता था। उसी के सहारे बड़े नाले में बस्ती का पानी निकलता था, लेकिन अब आधे तालाब पर कब्जा होने से पानी निकासी बंद है, वहीं नाला सड़क के चौड़ीकरण से बंद पड़ा है। यह समस्या आठ वर्षो से लगातार जारी है। हर बार बरसात में जलभराव से बस्ती के लोगों को जूझना पड़ता है। अब तीन दिन से रूक रूककर हो रही बरसात से स्थित विकट हो गई है। गलियों में दो दो फुट पानी है। महेश, मथुरा, मनोज, संजय, दिनेशचंद, जगन, बबली समेत दर्जन भर लोगों के घर में एक एक फुट पानी जमा हो गया है, लेकिन सूचना के बावजूद न तो प्रशासन ने कोई सुध ली है और न ही ग्राम समाज की ओर से जलभराव से निजात दिलाने का कोई प्रयास किया है। जिससे बस्ती के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। बस्ती के लोगों ने बताया कि गत वर्ष भी जलभराव की शिकायत पर बंद नाले को खुदवाया गया था, लेकिन फिर से नाला बंद होने से समस्या खड़ी हो गई है।

इन्होंने कहा:::

इस संबंध में शिकायत मिली है, लेखपालों की टीम भेजकर मौके पर जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट मिलने पर पानी निकासी के लिए पर्याप्त व्यवस्था कराई जाएगी।

रविशंकर सिंह, एसडीएम, सिकंदराबाद

chat bot
आपका साथी