सड़क पर बेटी, सहारा बन रही वर्दी
पंजाब उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर अब बुलंदशहर में भी रात के समय अपने घर जाने वाली अकेली महिलाओं को तलाशा जा रहा है। यदि कोई महिला अकेली मिलेगी तो उसे घर तक सुरक्षित छोड़ने का जिम्मा पुलिस का होगा।
बुलंदशहर, जेएनएन। पंजाब, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर अब बुलंदशहर में भी रात के समय अपने घर जाने वाली अकेली महिलाओं को तलाशा जा रहा है। यदि कोई महिला अकेली मिलेगी तो उसे घर तक सुरक्षित छोड़ने का जिम्मा पुलिस का होगा। पुलिस के साथ यदि महिला पुलिस है तो पुलिस जीप में ही महिला को उसके घर तक छोड़कर आएगी। यदि महिला सिपाही साथ में नहीं है तो महिला को उसके घर तक किसी दूसरे वाहन में छोड़ा जाएगा और पुरुष सिपाही उस वाहन को एस्कोर्ट करेंगे। शहर कोतवाली और देहात पुलिस शहर में बुधवार की रात अकेली महिलाओं की तलाश करती रही, लेकिन रात के समय इस तरह अकेली महिला सड़क पर नहीं मिली।
हैदराबाद और उन्नाव की वारदात के बाद प्रदेश सरकार ने यह व्यवस्था की है। प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने करीब तीन पूर्व वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए बुलंदशहर एसएसपी को आदेश दिया था कि वह प्रत्येक थाने पर यह आदेश जारी कर दें। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि उनके थानों के सभी प्रभारी तो सड़कों पर महिलाओं की तलाश कर रहे हैं, साथ ही पीआरवी गाड़ी में एक महिला पुलिसकर्मी के साथ ऐसी बेटियों और महिलाओं को तलाशा जा रहा है, जो आफिस या फिर अन्य स्थान से देर रात में अपने घर जाती है। हालांकि बुलंदशहर, खुर्जा, सिकंदराबाद, गुलावठी आदि स्थानों पर रात के समय सड़क पर कोई महिला अकेली नहीं मिली। शहर में शिकारपुर बाईपास पर शहर कोतवाली प्रभारी अरुणा राय को एक महिला मिली। उसके साथ उसका पति था। इसलिए उन्होंने पुलिस की मदद लेने से इन्कार कर दिया।
112 नंबर पर भी कर सकती है फोन
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि यदि जिले में कहीं पर भी महिला रात में अकेली है और उसे कोई वाहन नहीं मिल रहा है तो वह 112 नंबर पर फोन कर सकती है। पीआरवी महिला के पास पांच मिनट में पहुंच जाएगी और उसके सुरक्षित उसके घर तक छोड़कर आएगी। इन्होंने कहा..
यदि महिला किसी आफिस में काम करती है और वह देर रात ड्यूटी करके अपने घर लौटती है तो हम आफिस के जिम्मेदार व्यक्ति से भी वार्ता करेंगे कि वह महिला को उसके घर तक छोड़ने की व्यवस्था उनका आफिस करें। बावजूद इसके किसी भी महिला को पुलिस की मदद लेनी है तो वह 112 नंबर पर फोन कर सकती है।
संतोष कुमार सिंह, एसएसपी