आग से फसल-नकदी और सामान राख, तीन झुलसे
गांव भराना में एचटी लाइन की चिगारी से भड़की आग ने गेंहू की कई बीघा फसल बिटौरे और घरों में रखे सामान व नकदी को राख कर दिया।
बुलंदशहर, जेएनएन। गांव भराना में एचटी लाइन की चिगारी से भड़की आग ने गेंहू की कई बीघा फसल, बिटौरे और घरों में रखे सामान व नकदी को राख कर दिया। आग बुझाने के प्रयास में तीन ग्रामीण झुलस गए। वहीं, कई पशु झुलस गए। मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। ग्रामीणों ने ऊर्जा निगम के खिलाफ हंगामा कर प्रदर्शन किया।
गांव भराना निवासी श्यामवीर पुत्र हाकम के खेत के पास से मुरादाबाद विद्युत उपकेंद्र से आ रही एचटी लाइन गुजर रही है। खेतों के पास ही कुछ ग्रामीणों के कच्चे मकान बने हुए हैं। ग्रामीणों की माने तो मंगलवार दोपहर लगभग एक बजे लाइन से अचानक उठी चिगारी गांव निवासी श्यामवीर के खेत में जा गिरी। चिगारी से गेहूं की फसल में आग लग गई। तेजी से बढ़ती आग को देख ग्रामीणों ने उसे बुझाने की कोशिश की। इस दौरान पशुओं को बचाने के प्रयास में हरवीर, नेपाल और आशु भी झुलस गए। आग बेकाबू होती देख ग्रामीणों ने दमकल को इसकी सूचना दी। आग ने गेंहू के खेतों स्थित दो मकान व खाली जमीन पर रखे बिटौरे, पंपसेट, चारा काटने की मशीन और सरकारी पानी टंकी को भी अपनी चपेट में ले लिया। सूचना पर पुलिस और दमकल की दो गाड़ी लेकर सीएफओ जयप्रकाश सिंह और तहसील कर्मी मौके पर पहुंचे। दमकल टीम ने लगभग चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया। आग से श्यामवीर और हरिकिशन की पांच-पांच बीघा गेंहू की फसल, वृद्धा चंद्रा देवी के कमरे में रखी दस हजार की नकदी व कागजात समेत अन्य सामान, हरवीर पुत्र राजपाल के घर में रखा सामान, बिटौरे व एक पशु बुरी तरह झुलस गया। वहीं रविन्द्र के घर में रखा सामान व ईधन, करन सिंह का बिटौरा और हरेंद्र की कुड़ी जलकर राख हो गई। पीड़ितों ने आग से लाखों के नुकसान की आशंका जताई है।
दमकल का पंप हुआ खराब
आग बुझाने के दौरान दमकल की एक गाड़ी के एक पंपसेट ने काम करना बंद कर दिया। सीएफओ जयप्रकाश सिंह ने बताया कि गाड़ी में पानी भरने के दौरान कचरा आने से पंपसेट ने काम करना बंद कर दिया था। दमकल की दूसरी गाड़ी से आग बुझाने का कार्य जारी रहा।
ग्रामीणों ने किया हंगामा
ग्रामीणों ने ऊर्जा निगम के अफसरों के मौके पर न पहुंचने पर हंगामा कर प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि ऊर्जा निगम से जर्जर विद्युत तार बदलने की शिकायत की थी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से विभाग अधिकारियों की लिखित शिकायत करने की बात कही है।