आइजीआरएस की शिकायतों में फिसड्डी दो थाना प्रभारियों पर गाज
जेएनएन बुलंदशहर सितंबर माह में आइजीआरएस पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में फिसड्डी आए हैं। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने तत्कालीन थाना प्रभारियों की लापरवाही मानते हुए दोनों को लाहन हाजिर कर दिया है।
जेएनएन, बुलंदशहर : सितंबर माह में आइजीआरएस पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में फिसड्डी आए हैं। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने तत्कालीन थाना प्रभारियों की लापरवाही मानते हुए दोनों को लाहन हाजिर कर दिया है। हालांकि रामघाट थाना प्रभारी वर्तमान में नरसेना थाना प्रभारी हैं और अहार के तत्कालीन थाना प्रभारी वर्तमान में सलेमपुर थाना प्रभारी हैं। दोनों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। आजीआरएस पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण के लिए एसपी सिटी सुरेंद्रनाथ और एसपी देहात बजरंग बली निगरानी कर रहे थे। एसपी देहात ने अहार और रामघाट थाना प्रभारियों को पार्टल पर निस्तारण बगैर छूटने पर कई बार दोनों थाना प्रभारियों को चेतावनी भी दी लेकिन शिकायतों का निस्तारण नहीं किया गया। सितंबर -2021 की रैकिग जारी हो चुकी हैं। रामघाट और अहार थाना की रैकिग बेहद खराब आई है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने सितंबर माह में रामघाट में तैनात और वर्तमान में नरसेना थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं सितंबर माह में अहार थाने में तैनात और वर्तमान में थाना प्रभारी सलेमपुर सतेंद्र कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि आईजीआरएस पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निपटारा प्रत्येक थाना प्रभारी की जिम्मेंदारी है। यदि इसमें कोई कोताही बरती गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दोनों थाना प्रभारियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
एमडी से गलत लाइन शिफ्टिग की शिकायत
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर : भढोली गांव में क्रेशर संचालक को अस्थाई कनेक्शन देने की एवज में गलत तरीके से लाइन शिफ्टिग का आरोप लगाया गया है। किसान ने प्रबंध निदेशक से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। विद्युत उपकेंद्र सुजापुर धमैडा के गांव भढोली निवासी किसान सुरेन्द्र पुत्र छत्तर सिंह ने आरोप लगाया कि एक क्रेशर संचालक को फायदा पहुंचाने के चक्कर में नलकूपों के कनेक्शन ही शिफ्ट कर दिए गए है। आरोप है कि उसके नलकूप के जोड़े पर कारपोरेशन के अधकारियों ने क्रेशर संचालक को अस्थाई कनेक्शन दे दिया गया है। इससे ओवरलोड होने के कारण ट्रांसफार्मर फुंक जाता है। उसकी क्षमता केवल 25 केवीए है। इससे कारपोरेशन को नुकसान हुआ है। पीड़ित किसान अवैध लाइन शिफ्टिग के तहत किए गए कनेक्शन को हटवाने तथा आरोपितों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है।