सीओ सहित पांच पुलिसकर्मियों के वारंट जारी, एक ने किया सरेंडर

जेएनएन बुलंदशहर 19 वर्ष पूर्व बीटेक छात्र को फर्जी मुठभेड़ में मारने में शामिल तत्कालीन पुलिसकर्मियों पर कानूनी शिकंजा कसना शुरू हो गया था। इस मामले में वांछित चल रहे सेवानिवृत सीओ समेत पांच पुलिसकर्मियों के कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुए हैं। शामिल तत्कालीन पुलिसक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 09:01 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 09:01 PM (IST)
सीओ सहित पांच पुलिसकर्मियों के वारंट जारी, एक ने किया सरेंडर
सीओ सहित पांच पुलिसकर्मियों के वारंट जारी, एक ने किया सरेंडर

जेएनएन, बुलंदशहर:

19 वर्ष पूर्व बीटेक छात्र को फर्जी मुठभेड़ में मारने में शामिल तत्कालीन पुलिसकर्मियों पर कानूनी शिकंजा कसना शुरू हो गया था। इस मामले में वांछित चल रहे सेवानिवृत सीओ समेत पांच पुलिसकर्मियों के कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुए हैं। इनमें शामिल एक सिपाही ने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जबकि बाकी की तलाश में पुलिस लगी है।

तीन अगस्त 2002 की रात करीब नौ बजे सिकंदराबाद-बुलंदशहर मार्ग स्थित बिलसूरी के पास बदमाशों ने रोडवेज बस में लूटपाट की थी। विरोध करने रोडवेज बस के परिचालक को गोली मारकर घायल कर दिया था। पुलिस ने बस की घेराबंदी कर एक बदमाश को मुठभेड़ में मार दिया था। मृतक की पहचान सिकंदराबाद क्षेत्र के ही गांव शहपानी निवासी प्रदीप पुत्र यशपाल के रूप में हुई। स्वजन के मुताबिक, प्रदीप बीटेक का छात्र था, जो गाजियाबाद जिले से अपने कालेज में फीस जमा कराने के बाद बस से घर लौट रहा था। मृतक के पिता यशपाल ने बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के लिए शासन प्रशासन से शिकायत की थी। बकौल यशपाल, शासन ने सीबीसीआइडी ने जांच की। जांच के बाद सीजेएम कोर्ट बुलंदशहर ने मामले को संज्ञान में लिया था। कोर्ट ने मुठभेड़ को फर्जी माना, जिसके बाद छह पुलिसकर्मी समेत आठ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद वर्ष 2018 में कांस्टेबल तोता राम, रघुराज, श्रीपाल, 2019 सतेंद्र ने सरेंडर किया था, जो जमानत पर बाहर हैं। 20 सितंबर वर्ष 2021 को एक अन्य सिपाही और 22 सितंबर को पुलिसकर्मी संजीव ने सरेंडर किया था। शनिवार गांव एलम थाना कांधला जनपद शामली जितेन्द्र पुत्र ओमकार ने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जबकि सेवानिवृत सीओ रणधीर सिंह निवासी गांव बांस सुजान थाना कागारौल जनपद आगरा, हाल निवास अशंल अवंतिका, थाना कविनगर गाजियाबाद समेत चार पुलिसकर्मी फरार हैं। सीओ नम्रता श्रीवास्तव ने बताया कि वांछित सीओ के मकान पर धारा 82 के तहत कोर्ट में हाजिर होने का नोटिस चस्पा किया गया है। इसके बाद कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।

इनका कहना है..

सीओ और फरार पुलिसकर्मियों की धरपकड़ के लिए दबिश जा रही है। जल्द ही पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

-संतोष कुमार सिंह,एसएसपी।

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