अवैध शराब पर अंकुश के लिए सहयोग करे: एसडीएम
जेएनएन बुलंदशहर जिले के अलावा आसपडोस के जनपदों में शराब कांड से जिला प्रशासन सतर्क है। एसडीएम सदर व सीओ ने थाना परिसर में ग्राम चौकीदार बीट कांस्टेबल व शराब की दुकानों के सेल्समैनों के साथ बैठक कर अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश के लिए उनसे सहयोग मांगा।
जेएनएन, बुलंदशहर: जिले के अलावा आसपडोस के जनपदों में शराब कांड से जिला प्रशासन सतर्क है। एसडीएम सदर व सीओ ने थाना परिसर में ग्राम चौकीदार, बीट कांस्टेबल व शराब की दुकानों के सेल्समैनों के साथ बैठक कर अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश के लिए उनसे सहयोग मांगा।
एसडीएम सदर आशीष कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में शराब की घटना घटित हो चुकी है। थाना क्षेत्र के गांवों में गत माह शराब से हुई मौत की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसलिए सभी गांवों में कड़ी निगरानी बनाए रखे। साथ ही अवैध शराब बेचे जाने की सूचना तुरंत पुलिस को दे। कहा कि अवैध शराब की घटना में संलिप्त लोगों के धरपकड़ की कार्रवाई चल रही है। सीओ सिकंदराबाद नम्रता श्रीवास्तव ने कहा कि अवैध शराब की बिक्री की जानकारी न होना भी लापरवाही को उजागर करती है। इसलिए चौकीदार, हल्का इंचार्ज व बीट कांस्टेबल अपनी पैनी नजर बनाए रखे। इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संचालन कोतवाल जितेंद्र कुमार सिंह ने किया।
डोर टू डोर सर्वे में मिले बुखार के 175 मरीज
बुलंदशहर : जिले भर में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने दस दिवसीय विशेष अभियान के तहत बुधवार को घर-घर जाकर सर्वे किया। सर्वे में 175 लोग बुखार से पीड़ित मिले।
जनपद में विशेष अभियान के तहत 1130 टीमों ने 55933 घरों पर डोर टू डोर सर्वे किया। जिन्होंने घर- घर पहुंच कर लोगों की थर्मल स्केनिग की जिसमें बुखार के लक्षण वाले 175 मरीज मिले। इसके अतिरिक्त टीम ने क्या आपके घर में कोई ऐसा व्यक्ति है जिसे बुखार,खांसी,या सांस लेने में परेशानी। घर में दो साल से कम आयु के बच्चों की संख्या व उनके टीकाकरण की स्थिति के बारे सवाल पूछ कर प्रारूप पर सूचना अंकित की। घर में 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण की स्थिति, भविष्य में कोविड के लक्षण होने पर घर बाहर लगाएं जाने वाले स्टीकर पर अंकित नंबर पर संपर्क करने के लिए जागरूक किया।
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इन्होंने कहा..
दस दिवसीय विशेष अभियान के दूसरे दिन 1130 टीमों ने जिले 55933 घरों का सर्वे किया। सर्वे में 175 लोग बुखार से पीड़ित मिले।
- डा. रोहताश यादव एसीएमओ/ नोडल विशेष अभियान