कोरोना ने बदल दिया इफ्तारी दस्तरख्वान का मैन्यू
जेएनएन बुलंदशहर रमजान के पाक माह में रोजेदार पूरा दिन अल्लाह की इबादत में बिताने के बाद इफ्तारी का बेसब्री से इंतजार करते हैं। जिसको लेकर घरों में भी उत्साह बना रहता है।
जेएनएन, बुलंदशहर : रमजान के पाक माह में रोजेदार पूरा दिन अल्लाह की इबादत में बिताने के बाद इफ्तारी का बेसब्री से इंतजार करते हैं। जिसको लेकर घरों में भी उत्साह बना रहता है। बाबर्चीखाने में लजीज व्यंजन पकाए जाते है। शाम को इफ्तारी के समय इन पकवानों से दस्तरख्वान सज जाता है, लेकिन कोरोना ने इस बार इफ्तारी दस्तरख्वान का मैन्यू ही बदल दिया है। रोजेदार संक्रमण से बचाव के लिए तली और ठंडी चीजों से परहेज कर रहे हैं। जिसकी वजह से घरों में अंकुरित और इम्युनिटी बढ़ाने वाले पकवान बन रहे हैं। संक्रमण की चपेट में न आएं इसके लिए रोजेदार क्या खाएं और किन चीजों से दूरी बनाएं, इसकी जानकारी भी विशेषज्ञों से कर रहे हैं। ठंडे शरबत की जगह पी रहे काढ़ा
खुर्जा के मदार दरवाजा निवासी शमीम अहमद ने बताया कि रमजान के महीने में लोग इबादत के बाद सबसे ज्यादा ध्यान खान-पान पर देते हैं। दोपहर बाद घरों में इफ्तारी के लिए तरह-तरह के पकवान बनने शुरू हो जाते हैं। लोग मस्जिदों में राहगीरों और मुसाफिर के लिए इ़फ्तारी भेजते हैं। पड़ोसी या रिश्तेदारों के यहां इफ्तार भेजते हैं इसलिए ज्यादातर घरों में प्रतिदिन सात से 11 तरह के पकवाने बनाए जाते हैं। इनमें पुलाव, बिरयानी, आलू या पनीर का परांठा, चना, सब्जियों की पकौड़ी, मिर्च पकौड़ी, पनीर पकौड़ा, प्याज की पकौड़ी, समोसा, चिप्स आदि व्यंजन शामिल रहते हैं, लेकिन इस बार उसमें बदलाव देखने को मिल रहा है। ठंडे शर्बत की जगह बहुत से रोजेदार काढ़ा पी रहे हैं। ठंडी चीजों से परहेज कर रहे हैं, समान्य तापमान की चीज खा रहे हैं। तला भुना खाने से भी बच रहे हैं। सहरी एवं इफ्तार में लें संतुलित आहार
फिजीशियन डा. मोहम्मद युनूस रोजा खोलने के बाद मौसमी का जूस, नींबू पानी, तरबूज, खरबूजा शरीर में पानी की कमी को पूरी करते हैं। उन्होंने सहरी एवं इफ्तार में संतुलित आहार लेने की अपील की है। कहा कि सहरी एवं इफ्तार के समय अंकुरित अनाज, खजूर, बादाम, केला, जूस और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इससे रोजेदारों को भूख भी कम लगेगी और एसीडिटी की भी शिकायत नहीं होगी। खाने में लहसुन, दाल चीनी, अदरक और हल्दी का इस्तेमाल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा। बताया कि रोजेदार खजूर का सेवन जरूर करें। खजूर रसूल-ए-पाक की सुन्नत भी है और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। सभी रो•ोदारों से कोरोना से निजात के लिये ़खुसूसी दुआ करें ताकि दुनियाभर के लोगों को इस बीमारी से छुटकारा मिल सके।