हंगामे के बाद टैक्स निर्धारण पर बनी सहमति
काफी दिनों से पालिका के मनमाने टैक्स के खिलाफ आंदोलन करते आ रहे व्यापारियों को सोमवार को सफलता मिल गई। हंगामा प्रदर्शन के बाद व्यापारियों की चेयरमैन और ईओ के साथ वार्ता हुई।
बुलंदशहर, जेएनएन। काफी दिनों से पालिका के मनमाने टैक्स के खिलाफ आंदोलन करते आ रहे व्यापारियों को सोमवार को सफलता मिल गई। हंगामा प्रदर्शन के बाद व्यापारियों की चेयरमैन और ईओ के साथ वार्ता हुई। इसमें तय हुआ कि अब स्वयं कर निर्धारण प्रणाली के तहत वर्ग फुट के हिसाब से ही टैक्स वसूला जाएगा। सहमति बनने के बाद व्यापारियों ने चेयरमैन का आभार जताया।
संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष नीरज जिंदल पिछले एक साल से पालिका के टैक्स के मामले को उठाते आ रहे हैं। पिछले साल भी उन्होंने धरना-प्रदर्शन करते हुए अनशन और जुलूस निकाला। महामारी के चलते मामला कुछ दिन से ठंडा था लेकिन सोमवार को संगठन के बैनर तले नीरज जिदल के नेतृत्व में व्यापारियों ने पालिका में जमीन पर बैठकर धरना दिया। कुछ देर बाद चेयरमैन पहुंचे तो व्यापारियों ने घेरावकर सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। इसके बाद व्यापारियों को चेयरमैन आफिस में ले गए और करीब डेढ़ घंटे तक वार्ता चली। इसके बाद तय हुआ कि पालिका अब स्वयं कर निर्धारण प्रणाली के तहत ही टैक्स वसूलेगी। इसमें दुकान, मकान और प्रतिष्ठान का वर्ग फुट के अनुसार ही टैक्स लिया जाएगा। सहमति बनने के बाद व्यापारियों ने फूल माला पहनाकर चेयरमैन का स्वागत किया। धरने का संचालन वैभव गुप्ता एवं विशाल बंसल सरदार सवि सिंह ने किया। जिला महामंत्री असीम विनोद, संस्थापक सदस्य दिनेश पंडित, वरिष्ठ पदाधिकारी नीरज अग्रवाल, मनमोहन गुप्ता, लक्ष्मीकांत महेश्वरी, प्रफुल्ल चंद्र, विशाल बंसल, रोहित बंसल, एडवोकेट सौरव गुप्ता, हनी अग्रवाल, पीयूष गोयल, मोहित सक्सेना, शोभित गोयल, राम मोहन अग्रवाल, राहुल शर्मा, हेमन्त गोयल, पुलकित गुप्ता, सरदार सवि सिंह, साहिल मलिक करण अरोरा हनी मलिक, गोलू मनोज, प्रफुल्ल जिदल, विपिन गर्ग, सोनू सूरी, दीपक अरोरा, सरदार त्रिलोचन सिंह मौजूद रहे। इन्होंने कहा
पालिका ने सर्वे शुरू कर दिया है। स्वयं कर निर्धारण के तहत ही पालिका दुकान, मकान और अन्य प्रतिष्ठान से टैक्स वसूलेगी। वार्ता से पहले और अब भी स्पष्ट है।
-मनोज गर्ग, चेयरमैन
टैक्स में कोई मनमानी नहीं है। हंगामा न भी होता तो भी नीति के अनुरूप पारदर्शिता से ही टैक्स लिया जाएगा। स्वयं कर निर्धारण प्रणाली के तहत ही आगे से टैक्स लगाया जाएगा।
-निहालचंद, पालिका ईओ