शंख ध्वनि, हर ले सारी परेशानी
जेएनएन बुलंदशहर हिदू धर्म में हर मांगलिक कार्यों में शंख जरूर बजाया जाता है। दूसरी ओर इसकी ध्वनि से कई बीमारियां भी दूर भागती हैं। धर्माचार्य भी शास्त्रों के अनुसार इसका महत्व बता रहे हैं।
जेएनएन, बुलंदशहर : हिदू धर्म में हर मांगलिक कार्यों में शंख जरूर बजाया जाता है। दूसरी ओर इसकी ध्वनि से कई बीमारियां भी दूर भागती हैं। धर्माचार्य भी शास्त्रों के अनुसार इसका महत्व बता रहे हैं। साथ ही यह बात भी साबित हो चुकी है कि अगर अपने फेफड़ों को बेहतर रखना हैं तो शंख जरूर बजाना चाहिए। शंख बजाने से फेफड़ों को फायदा मिलता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है। कोरोना काल में लोग घरों में शंख बजाएंगे तो निश्चित ही उन्हें फायदा ही होगा। आक्सीजन का स्तर बेहतर बना रहेगा। नकारात्मक विचारों एवं विषाणुओं का होता है नाश
श्री द्वादशमहालिगेश्वर सिद्धमहापीठ के संस्थापक आचार्य मनजीत धर्मध्वज बताते हैं कि शंख बजाने से शारीरिक कसरत के साथ हमारे वातावरण में व्याप्त अनेकों नकारात्मक विचारों एवं विषाणुओं का भी नाश होता है। पूजा करने से पहले नित्य शंख की ध्वनि करते हैं तो आकाश तत्व से हमारा एकीकार होकर हम व्यापक हो जाते हैं। जिससे शारीरिक, आत्मिक और मानसिक उन्नति होती है। शंख ध्वनि से नकारात्मकता समाप्त होकर हमारे आसपास सकारात्मक ऊर्जा का घेरा बन जाता है। प्राण वायु की वृद्धि फेफड़े करती मजबूत
यौगिक ²ष्टि से भी जब हम शंख बजाते हैं तो रेचक पूरक कुंभक प्राणायाम एक साथ होते हैं। जिससे हमारी आंतरिक स्थिति उन्नत होती है और हमारे अंदर प्राण वायु में वृद्धि होकर हमारे फेफड़े मजबूत करती है। इससे अनेक असाध्य रोग समाप्त हो जाते हैं। दक्षिणावर्ती शंख का जल पीने से मिलती मानसिक शांति इसके अलावा शंख को घर में रखने से भी विशेष लाभ होता है। दक्षिणावर्ती शंख में रात्रि में जल भरकर पूजा घर में रखा जाता है। इस जल को प्रात: पीने से मानसिक शांति होती है। घर में छिड़कने से नकारात्मकता समाप्त होती है और अत्यधिक लाभ होता है।