जिले भर में आयोजित हुआ मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला
जनपद के 71 स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। जिसमें कोविड प्रोटोकाल पालन के साथ मरीजों की जांच कर निश्शुल्क दवाओं का वितरण किया गया।
बुलंदशहर, जेएनएन। जनपद के 71 स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। जिसमें कोविड प्रोटोकाल पालन के साथ मरीजों की जांच कर निश्शुल्क दवाओं का वितरण किया गया।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर समाप्त होने के बाद प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिले भर में शहरी व ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। गिरधारी नगर (बीसा कालोनी) स्वास्थ्य केन्द्र पर आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का डीएम रविन्द्र कुमार ने फीता काट कर उद्घाटन किया। मेले का निरीक्षण करते हुए उन्होंने सीएमओ को मेला का व्यापक प्रचार- प्रसार करने के निर्देश दिए। जिससे लोग मेला में पहुंच निश्शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सके। उन्होंने आरोग्य मेला में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं द्वारा कुपोषित तथा अतिकुपोषित बच्चों की पहचान तथा गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक अहार, हरी सब्जी आयरन युक्त भोजन ग्रहण करने के लिए लगाए कैंप का भी निरीक्षण किया। कहा कि मेला में जिन लोगों के गोल्डन कार्ड नहीं बने हैं उसके लिए भी प्रचार- प्रसार कराया जाए। जिससे आरोग्य मेला में गोल्डन कार्ड बनवा कर योजना का लाभ उठा सके। आरोग्य मेला में क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा कैम्प लगाकर कुपोषित, अति कुपोषित बच्चों की पहचान करने हेतु वजन लेने, गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार, हरी सब्जी एवं आयरन युक्त भोजन ग्रहण करने के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान सीएमओ डा. विनय कुमार सिंह समेत स्वास्थ्य विभाग के अफसर मौजूद रहे।
गंगा पुल पर कूड़ा-कचरा से आमजन परेशान
अनूपशहर। गंगा पुल के ऊपर वर्षा का पानी भर जाने से राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग द्वारा पुल के ऊपर का पानी नीचे गिराने वाले होल मिट्टी से भर जाने से समस्या आ रही है। लोक निर्माण विभाग के एसडीओ ने होल साफ कराने की बात कहीं।
नगर में गंगा पुल के ऊपर काफी कूड़ा करकट एकत्र हो जाने के कारण पुल के ऊपर पानी निकासी को बने होल बंद हो गए है। जिसके कारण वर्षा होने पर पुल पर काफी मात्रा में पानी भर जाता है। जिससे बड़े वाहन निकलने पर छोटे वाहन चालकों व पैदल चलने वाले लोगों के ऊपर पानी की बौछार आने से लोगों के कपड़े खराब हो जाते है। लोगों का कहना है, कि पुल के ऊपर प्रति वर्ष वर्षा काल से पूर्व सफाई की जिम्मेदारी लोक निर्माण की है। कितु विभागीय उदासीनता के कारण इस वर्ष वर्षा से पूर्व सफाई व पुताई नहीं की गई है, जिससे पुल के ऊपर काफी कूड़ा एकत्र हो जाने से होल बंद हो गए है। लोक निर्माण विभाग के एसडीओ धर्मेन्द्र कुमार का कहना है, कि पुताई तीसरे वर्ष कराई जाती है, सितम्बर में तीन वर्ष पूरे हो रहे है। पुताई का स्टीमेट बनाकर भेजा जाएगा, एक दो दिन में पुल के सभी होल की सफाई करा दी जाएगी। जिससे नागरिकों को परेशानी न हो।