आंगनबाड़ी केंद्रों पर पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन और लंबाई की जांच शुरू

कोरोना की जद से कुपोषित बच्चों को दूर रखा जा सके इसके लिए सरकार ने अभियान संभव चलाया है। 17 जून से शुरू यह अभियान 24 जून तक चलेगा। पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन लंबाई आदि का आकलन होगा। कुपोषित और सुपोषित बच्चों का ब्यौरा एकत्र किया जाएगा। माह जुलाई में कुपोषित बच्चों के लिए अभियान चलाकर इनका स्वास्थ्य परीक्षण होगा और सरकार की ओर से इन्हें पौष्टिक आहार वितरित होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:53 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:53 PM (IST)
आंगनबाड़ी केंद्रों पर पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन और लंबाई की जांच शुरू
आंगनबाड़ी केंद्रों पर पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन और लंबाई की जांच शुरू

जेएनएन, बुलंदशहर। कोरोना की जद से कुपोषित बच्चों को दूर रखा जा सके, इसके लिए सरकार ने अभियान संभव चलाया है। 17 जून से शुरू यह अभियान 24 जून तक चलेगा। पांच वर्ष तक के बच्चों का वजन, लंबाई आदि का आकलन होगा। कुपोषित और सुपोषित बच्चों का ब्यौरा एकत्र किया जाएगा। माह जुलाई में कुपोषित बच्चों के लिए अभियान चलाकर इनका स्वास्थ्य परीक्षण होगा और सरकार की ओर से इन्हें पौष्टिक आहार वितरित होगा।

बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की निदेशक डा. सारिका मोहन समस्त जिलाधिकारियों को अभियान संभव चलाने के निर्देश दिए हैं। जिले में इसका आगाज शुरू हो चुका है। पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए कुपोषित बच्चों की पहचान व प्रबंधन पोषण अभियान का आगाज 17 जून से शुरू हो चुका है। अभी तक 842 बच्चों को चिह्नित कर लिया गया है। यह अभियान 24 जून तक चलेगा। पहले अभियान के अंतर्गत तमाम आंगनबाड़ी केंद्रों पर सैम, मैम गंभीर अल्प वजन बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। इसके साथ ही दिव्यांग बच्चों की ब्यौरा भी एकत्र होगा। बच्चों की संख्या को अभियान के अंतर्गत बेसलाइन माना जाएगा। एक जुलाई से दो अक्टूबर तक संभव पोषण संवर्धन की ओर एक कदम का आगाज होगा। इसमें चिह्नित किए गए बच्चों को साप्ताहिक गृह भ्रमण, स्वास्थ्य जांच, चिकित्सीय उपचार, पोषण पुनर्वास स्थापित किए जाएंगे। 20 से 25 सितंबर तक फिर से इनकी ऊंचाई, लंबाई और वजन तथा स्वास्थ्य परीक्षण कर प्रगति की समीक्षा की जाएगी। अच्छे परिणाम पर पुरस्कृत

अभियान के पश्चात प्रत्येक जिले से तीन आंगनबाड़ी केंद्रों की तीन मुख्य सेविका तथा तीन बाल विकास परियोजना अधिकारी को पुरस्कृत किया जाएगा। अभियान में सहयोगी संस्थानों का भी सहयोग लिया जा सकेगा। इन्होंने कहा..

कुपोषित बच्चों के चिह्निकरण का काम आंगनबाड़ी केंद्रों पर शुरू हो चुका है। 24 जून तक अभियान के अंतर्गत चिह्नित बच्चों का ब्यौरा निदेशालय भेजा जाएगा।

-डा. हरिओम वाजपेयी, जिला कार्यक्रम अधिकारी।

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