फ्लोर मिल संचालक समेत दो के खिलाफ मुकदमा

खुर्जा में फ्लोर मिल में छापेमारी के दौरान मिले सरकारी राशन के मामले में मिल संचालक समेत दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। उधर मिड डे मिल का गेहूं मिलने के मामले में एसडीएम द्वारा रिपोर्ट डीएम को भेज दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:49 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 10:49 PM (IST)
फ्लोर मिल संचालक समेत दो के खिलाफ मुकदमा
फ्लोर मिल संचालक समेत दो के खिलाफ मुकदमा

जेएनएन, बुलंदशहर। खुर्जा में फ्लोर मिल में छापेमारी के दौरान मिले सरकारी राशन के मामले में मिल संचालक समेत दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। उधर, मिड डे मिल का गेहूं मिलने के मामले में एसडीएम द्वारा रिपोर्ट डीएम को भेज दी गई है। नगर में विद्युत उपकेंद्र नंबर दो के निकट स्थित फ्लोर मिल गोल्डन भोग आटा पर सोमवार शाम को एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार राकेश कुमार शर्मा, पूर्ति निरीक्षक ने पुलिस टीम के साथ छापेमारी की थी। जहां उन्हें मिल संचालक विष्णु कुमार और उसका भाई नरेंद्र कुमार मिले थे। साथ ही टीम को मिल में अव्यवस्थित रूप से रखे 400 बोरो मिले थे। वह पतली रस्सियों से हाथ से बंधे हुए थे। जिनमें 180 कुतल गेहूं व पांच बोरों में तीन कुंतल चावल थे। वहीं जांच के समय उन्हें सरकारी सिलाई से युक्त प्लास्टिक के छह बोरों में तीन कुंतल गेहूं भी मिला था। जिसको शिक्षिका ने लाने की बात कहीं थी। हालांकि उनके द्वारा टीम को कोई युक्तियुक्त उत्तर नहीं दिया गया। मिड-डे-मिल योजना का खाद्यान्न सार्वजनिक वितरण प्रणाली के दायरे में नहीं आता है। जिसको लेकर प्रशासनिक टीम द्वारा शिक्षिका के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। वहीं मामले में पूर्ति निरीक्षक की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत फ्लोर मिल संचालक और उसके भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाला, मुकदमा दर्ज

औरंगाबाद। दहेज में कार और पांच लाख रुपये की मांग पूरी न करने पर ससुरालियों ने विवाहिता को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। पीड़ित विवाहिता ने थाने पर ससुरालियों के खिलाफ तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने मामला दादरी का बताकर रिपोर्ट दर्ज नहीं की। बाद में एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने पति समेत पांच ससुरालियों के खिलाफ दहेज एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। गांव पूठी नसीराबाद निवासी बिजेंद्र सिंह ने अपनी पुत्री काजल की शादी दादरी निवासी विकास पुत्र महेन्द्र के साथ एक वर्ष पूर्व की थी। शादी के बाद से ही ससुराल के लोग विवाहिता से दहेज में कार और पांच लाख रुपये की मांग करने लगे। साथ ही मारपीट कर उत्पीड़न भी करने लगे। 17 जून को विवाहिता के गर्भवती होने पर व दहेज की मांग पूरी न करने पर ससुरालियों ने उसके साथ मारपीट कर उसे गांव के बाहर छोड़कर फरार हो गए। विवाहिता ने औरंगाबाद थाने पर पहुंचकर ससुरालियों के खिलाफ तहरीर दी। लेकिन, पुलिस ने मामला दादरी नोएडा का बताते हुए रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया। बाद में पीड़िता एसएसपी संतोष कुमार सिंह से मिली और पूरे प्रकरण से उन्हें अवगत कराया। एसएसपी ने इंस्पेक्टर औरंगाबाद को तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिये। एसएसपी के निर्देश पर थाना पुलिस ने पति विकास, सास सुनीता, ससुर महेंद्र, मुनेंद्र उर्फ मोनू और मोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर औरंगाबाद योगेन्द्र मलिक ने बताया कि नामजद आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

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