कंटेनर में पीछे से घुसी कार, युवक घायल
जेवर मार्ग पर सड़क किनारे खड़े कंटेनर में पीछे से कार घुस गई। हादसे में कार सवार युवक घायल हो गया।
संवाद सहयोगी, खुर्जा: जेवर मार्ग पर सड़क किनारे खड़े कंटेनर में पीछे से कार घुस गई। हादसे में कार सवार युवक घायल हो गया।
जहांगीरपुर के गांव आसिफपुर नगलिया निवासी राहुल कार में सवार होकर सोमवार सुबह खुर्जा से वापस लौट रहा था। जेवर मार्ग पर गांव अरनिया के निकट कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े कंटेनर में पीछे से जा घुसी। हादसे में कार सवार युवक घायल हो गया। पुलिस ने घायल को सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां से चिकित्सकों ने उसे हायर मेडिकल सेंटर रेफर कर दिया। सीमा विवाद में उलझी पुलिस, पांच दिनों से चक्कर लगा रही है पीड़िता
बुलंदशहर। दहेज की खातिर विवाहिता के साथ उसके ससुराल वालों ने मारपीट की। इससे उसका गर्भपात भी हो गया। आरोपित उसे गंभीर अवस्था में मायके में छोड़कर फरार हो गए। चौकी पुलिस छह दिन बाद भी मामले में सीमा विवाद में उलझी हुई है।
देहात कोतवाली की नई मंडी चौकी क्षेत्र के गांव पौंडरी निवासी हिमानी शर्मा ने बीते 13 मई को चौकी पर तहरीर दी थी। जिसमें उसने बताया कि उसका विवाह 25 नवंबर 2020 को खानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक के साथ हुआ था। ससुराल वाले दहेज में एक प्लाट व दस लाख रुपये की मांग करने लगे। आरोप है कि बीते दिनों आरोपितों ने मारपीट की। इससे उसका गर्भपात हो गया। गत 11 मई को आरोपी पति व अन्य ससुराल वाले उससे मारपीट कर गंभीर अवस्था में मायके के बाहर छोड़ गए गए। पीड़िता ने 11 मई को ही नई मंडी चौकी पर शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने उसका मेडिकल कराया। पुलिस अभी तक सीमा विवाद में उलझ रही है। मामले में पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की है।
वैक्सीन के पंजीकरण को लग रही केंद्रों पर लाइन
संवाद सूत्र, सिकन्दराबाद : बढ़ती महामारी व प्रशासन की जागरूकता को लेकर आमजन में कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीन लगवाने के लिए तेजी आई है। जहां पहले सुबह के बाद सिकन्द्राबाद सीएचसी, ककोड़, वैर सामुदायिक अस्पताल वैक्सीन के लिए सुनसान हो जाते थे। वहीं अब शाम पांच तक लाइन लग रही है।
हालत यह है कि सिकदराबाद के राजकीय अस्पताल में सुबह से शाम तक वैक्सीन कराने के साथ पंजीकरण कराने वालों की भीड़ उमड़ रही है। सीएचसी प्रभारी एपी सिंह ने बताया कि प्रतिदिन 150 से 200 लोग वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज लगवाने पहुँच रहे है। इससे अधिक पहले के मुकाबले पहली डोज लगवाने के लिए पंजीकरण कराने वालों की सख्या बढ़ रही है। लोग पंजीकरण कराने के लिए अस्पताल पहुंच रहे है। पंजीकरण के बाद संबंधित के मोबाइल पर डोज लगवाने के लिए समय निश्चित किया जा रहा है।