दिल्ली से ज्यादा जहरीली हुई बुलंदशहर की हवा

बढ़ती ठंड के बीच पिछले पांच दिन से प्रदूषण भी तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार शाम चार बजे दिल्ली का एक्यूआइ (एयर क्वालिटी इंडेक्श) 377 दर्ज किया गया जबकि बुलंदशहर का एक्यूआइ 401 रिकार्ड किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 11:18 PM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 11:18 PM (IST)
दिल्ली से ज्यादा जहरीली हुई बुलंदशहर की हवा
दिल्ली से ज्यादा जहरीली हुई बुलंदशहर की हवा

बुलंदशहर, जेएनएन। बढ़ती ठंड के बीच पिछले पांच दिन से प्रदूषण भी तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार शाम चार बजे दिल्ली का एक्यूआइ (एयर क्वालिटी इंडेक्श) 377 दर्ज किया गया, जबकि बुलंदशहर का एक्यूआइ 401 रिकार्ड किया गया।

गुरुवार को बुलंदशहर की हवा की गुणवत्ता का सूचकांक देश के सबसे प्रदूषण रहने वाले शहरों में चौथे पायदान पर रहा। सबसे अधिक एक्यूआइ गाजियाबाद का रहा, जोकि 428 रिकार्ड किया गया। ग्रेटर नोएडा का 415, नोएडा का 407, बुलंदशहर का 401 रिकार्ड किया गया। जबकि जिला हापुड़ का एक्यूआइ 332 दर्ज किया गया। बुधवार शाम चार बजे बुलंदशहर का एक्यूआइ 277 जबकि मंगलवार को 279 पर रहा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि सर्दी बढ़ने के साथ प्रदूषण इसलिए बढ़ता है, क्योंकि धूल और धुएं के कण हवा में सर्दी के कारण जमे रहते हैं। सर्दी बढ़ने के साथ प्रदूषण ओर बढ़ने की संभावना है।

खांसी कर रही परेशान

अचानक से प्रदूषण बढ़ने से सांस, दमा के रोगियों की संख्या बढ़ गई है। प्रदूषण की परत सूखी खांसी, सीने में जकड़न, छींके आना, सीने में दर्द की तकलीफ बढ़ा रही है।

चिमनी उगल रही धुंआ

बढ़ते प्रदूषण के बीच प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दफ्तर से कुछ दूरी पर ही चीनी मिल की चिमनी काला धुंआ उगल रही है। लेकिन इस पर अफसरों की निगाह नहीं पहुंच रही है।

संक्रमण का खतरा

धुंए और वातावरण में मौजूद धूल के सूक्ष्म कणों से बच्चों की सांस नलिका में संक्रमण हो सकता है। इससे निमोनिया, बुखार, जुकाम की परेशानी बच्चों को हो सकती है। इसमें चार साल से 10 साल तक के बच्चों को ज्यादा खतरा है। प्रदूषण से सबसे ज्यादा दिक्कत अस्थमा पीड़ित बच्चों को होती है।

- डा. एमपी सिंह, बाल रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल

ये बरतें सावधानी

- बाहर जाते समय मास्क या मुंह पर रूमाल रखें।

- सांस के मरीज दवाएं नियमित लें

- पालतू जानवर को बेडरूम से दूर रखें।

- सांस-दमा मरीज सुबह और शाम बाहर जाने से बचें।

- तकलीफ महसूस हो तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं

----

ऐसे बढ़ा एक्यूआइ

01 दिसंबर 141

02 दिसंबर 204

03 दिसंबर 279

04 दिसंबर 277

05 दिसंबर 401

इन्होंने कहा.

सर्दी बढ़ने के कारण प्रदूषण बढ़ा है। गुरुवार को बादल छाने और मौसम ठंडा होने के कारण प्रदूषण बढ़ा है। एनजीटी के आदेशों का जिलेभर में पालन कराया जा रहा है। भट्ठी, निर्माण कार्य और फैक्ट्रियों के संचालन पर रोक है। एक्यूआइ 396 रिकार्ड किया गया है।

- जीएस श्रीवास्तव, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

chat bot
आपका साथी