भाकियू की तहसील और ब्लाक कार्यकारिणी भंग
नए कृषि कानून को लेकर भारतीय किसान यूनियन कई माह से दिल्ली बार्डर पर आंदोलनरत हैं। किसान आंदोलन लगातार कमजोर हो रहा है और पदाधिकारियों की सहभागिता कम हो रही है।
बुलंदशहर, जेएनएन। नए कृषि कानून को लेकर भारतीय किसान यूनियन कई माह से दिल्ली बार्डर पर आंदोलनरत हैं। किसान आंदोलन लगातार कमजोर हो रहा है और पदाधिकारियों की सहभागिता कम हो रही है। ऐसे में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर गाजियाबाद और बुलंदशहर की नगर, ब्लॉक और तहसील कार्यकारिणी भंग कर दी गई हैं। भाकियू में अब ऐसे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को तव्वजो दी जाएगी जो किसान आंदोलन में सहभागिता कर रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बताया कि यूनियन संगठन के समिति की बैठक में हुई चर्चा के बाद गाजियाबाद और बुलंदशहर की नगर, ब्लॉक और तहसील स्तर की समस्त कार्यकारिणी भंग कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि दोनों ही जिलों के जिलाध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। इससे अलग अन्य समस्त कार्यकारिणी भंग कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नई कार्यकारिणी का गठन जल्द होगा। चर्चा है कि किसान आंदोलन के कमजोर पड़ने और किसानों को आंदोलन से जोड़ने में असमर्थ पदाधिकारियों पर गाज गिरी है। किसान आंदोलन में सक्रिय किसानों को संगठन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी ताकि किसान आंदोलन को मजबूत किया जा सके। छेड़खानी का विरोध करने पर दंपती को पीटा
स्याना : कोतवाली क्षेत्र के एक ग्राम निवासी महिला ने कोतवाली पर तहरीर देकर बताया कि पीड़िता अपने पति के साथ अपनी रिश्तेदारी में जा रही थी। उसी दौरान गांव के तीन व्यक्ति पीड़िता के साथ अश्लील हरकत करने लगे। आरोप है कि विरोध करने पर तीनों आरोपितों ने महिला व उसके पति के साथ मारपीट शुरु कर दी । शोर मचाने पर ग्रामीणों को आता देख तीनों आरोपित मौके से फरार हो गए। कोतवाली पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर तीनों आरोपितों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।