राशन के चावल की कालाबाजारी, गोदाम सील

जेएनएन बुलंदशहर कोविड-19 संक्रमण के दूसरे चरण में आमजन पूर्व जैसे हालातों का अनुमान लगा रहे हैं। नाइट क‌र्फ्यू लगते ही लोगों ने राशन दो ये तीन गुणा मिलने की आस बांध ली है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 11:39 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 11:39 PM (IST)
राशन के चावल की कालाबाजारी, गोदाम सील
राशन के चावल की कालाबाजारी, गोदाम सील

जेएनएन, बुलंदशहर :

कोविड-19 संक्रमण के दूसरे चरण में आमजन पूर्व जैसे हालातों का अनुमान लगा रहे हैं। नाइट क‌र्फ्यू लगते ही लोगों ने राशन दो ये तीन गुणा मिलने की आस बांध ली है। आपदा के दौरान राशन की दुकान से मिलने वाले राशन को खुलेआम बेचा जा रहा है। एक सूचना पर आपूर्ति विभाग की टीम को दो स्थानों पर सरकारी चावल और मक्का का भारी स्टॉक मिला है। टीम ने स्टॉक को सील कर दिया है और तीन सदस्यीय टीम को मामले की जांच सौंपी गई है।

स्याना रोड स्थित गांव मौसमगढ़ में जिलापूर्ति अधिकारी अभय प्रताप सिंह के नेतृत्व में पूर्ति निरीक्षक सुधांशु यादव और उदयराज ने एक मकान में छापा मारा। जहां करीब 400 बोरे चावल के बरामद हुए हैं। इसके साथ ही कुछ बोरों में चावल का बारुदा भी बरामद हुआ है। टीम ने मकान मालिक से इस बाबत पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने कुछ दुकानदारों से चावल खरीदा है और दुकानदारों ने कार्डधारकों से चावल की खरीद की है। टीम ने चावल का सील कर दिया है। वहीं, दूसरा छापा नगर के स्याना बस स्टैंड के नजदीक अनूपशहर रोड पर छापा मारा। जहां 150 बोरे मक्का के बरामद किए गए हैं। बता दें कि गत माह में राशन डीलर्स ने कार्डधारकों को एक यूनिट पर एक किलो मक्का का भी वितरण किया था।

एडीएम ई ने की जांच टीम गठित

एडीएम-ई रवींद्र कुमार ने चावल और मक्का के स्टॉक की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है। टीम चार दिनों में अपनी रिपोर्ट एडीएम-ई को सौंपेगी। जांच रिपोर्ट के बाद चावल और मक्का की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इन्होंने कहा.

दो अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की गई है। चावलों के बोरे सरकारी नहीं हैं, बोरों की सिलाई के स्थान पर मुंह बांधे हुए थे। इससे लगता है कि चावल कहीं से खरीदा गया है। मामले की जांच टीम कर रही है। जांच रिपोर्ट आने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

टीम चार दिनों में अपनी रिपोर्ट एडीएम-ई को सौंपेगी। जांच रिपोर्ट के बाद चावल और मक्का की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -अभय प्रताप सिंह

जिलापूर्ति अधिकारी।

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