भाकियू ने किया टोल प्लाजा पर कब्जा, तीन घंटे चला हंगामा

भारतीय किसान यूनियन ने गुरुवार की दोपहर एनएच-91 स्थित लुहारली टोल प्लाजा पर दस सूत्रीय मांगों को लेकर कब्जा कर लिया और किसान धरने पर बैठ गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Aug 2019 11:06 PM (IST) Updated:Thu, 08 Aug 2019 11:06 PM (IST)
भाकियू ने किया टोल प्लाजा पर कब्जा, तीन घंटे चला हंगामा
भाकियू ने किया टोल प्लाजा पर कब्जा, तीन घंटे चला हंगामा

बुलंदशहर, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन ने गुरुवार की दोपहर एनएच-91 स्थित लुहारली टोल प्लाजा पर दस सूत्रीय मांगों को लेकर कब्जा कर लिया और किसान धरने पर बैठ गए। किसानों ने मौके पर मौजूद टोल अधिकारियों को बंधक बना लिया और टोल फ्री करा दिया। एनएचएआइ और प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता के बाद करीब तीन घंटे बाद धरना समाप्त कर किसान टोल से हट गए।

भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र उर्फ गुड्डू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में भरकर सिकंदराबाद-दादरी एनएच-91 के लुहारली गांव स्थित टोल प्लाजा पर पहुंचे। दोपहर करीब बारह बजे टोल प्लाजा पर तैनात कर्मियों तकरार के बाद किसानों ने टोल पर कब्जा कर लिया और धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे टोल मैनेजर बजरंग सैनी समेत अन्य कर्मियों को भी किसानों ने बंधक बनाकर अपने बीच में बैठा लिया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि टोल कर्मी यहां से गुजरने वाले भाकियू कार्यकर्ताओं को परिचय देने के बाद भी अभद्रता करते हैं और बाउंसर की मदद से जबरन टोल वसूलते हैं। जो सुविधाएं टोल प्लाजा पर होनी चाहिए, वह भी वाहन सवारों को नहीं मिली रही। यहां न तो शौचालय की कोई व्यवस्था है और न ही जाम के दौरान एंबुलेंस के निकलने के लिए कोई व्यवस्था। टोल वसूली के बावजूद सड़कें बदहाल है। एनएचएआइ के मैनुअल का पालन न कर केवल वाहनों से टोल वसूलने का काम किया जाता है। जिलाध्यक्ष ने टोल पर सुविधा बढ़ाने, रात के समय लाइटों की व्यवस्था कराने, टूटी सड़क को गड्ढा मुक्त कराने, भाकियू कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न न करने समेत दस सूत्रीय मांग रखी। साथ ही एनएचएआई और प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर आने और मांग पूरी होने तक धरना जारी रखने का एलान किया। उधर, टोल पर कब्जे की सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।

करीब तीन घंटे बाद पुलिस चौकी प्रभारी सूरज बलियान ने एसडीएम और टोल प्लाजा मैनेजर बजरंग सैनी ने एनएचएआइ अधिकारियों फोन पर वार्ता कराकर भाकियू के दस सूत्रीय मांगों का ज्ञापन ले लिया। जिसके बाद भाकियू ने भी शीघ्र समस्याओं का निदान न होने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी के साथ दोपहर तीन बजे के बाद धरना समाप्त कर दिया। धरने की अध्यक्षता सत्यपाल सिंह और संचालन जयगोपाल शर्मा ने किया। मौके पर मांगेश शर्मा, जीत सिंह, मदन पाल सिंह, नरेश राघव, धर्मेन्द्र सिंह समेत बुलंदशहर और गौतमबुद्धनगर जनपद के भाकियू के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दो से ढाई लाख का हुआ नुकसान

भाकियू के हंगामे के दौरान टोल फ्री कराने से कंपनी को ढाई लाख से अधिक नुकसान बताया गया। टोल प्लाजा के मैनेजर बजरंग सैनी ने बताया कि साढे़ तीन घंटे टोल वाहन के लिए किसानों ने फ्री करा दिया। हर घंटे में औसतन पचास हजार का टोल शुल्क आता है और सैकड़ों बडे़-छोटे वाहन गुजरते हैं। जिन्हें तय शुल्क के तहत की टोल वसूला जाता है।

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