जागरूक होकर बचाएं बाबा साहब के सिद्धांत

भूड़ स्थित फार्म हाउस में डेवलपिग इंडिया चैंबर आफ कोमर्स एंड इंडस्टी (डिक्की) नार्थ ने बौद्ध धर्म की रक्षा को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें वक्ताओं ने बाबा साहब के सिद्धांतों को बचाने के लिए भारतीय बौद्ध महासभा की ओर से चुनाव लड़ने की घोषणा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:22 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:22 PM (IST)
जागरूक होकर बचाएं बाबा साहब के सिद्धांत
जागरूक होकर बचाएं बाबा साहब के सिद्धांत

जेएनएन, बुलंदशहर। भूड़ स्थित फार्म हाउस में डेवलपिग इंडिया चैंबर आफ कोमर्स एंड इंडस्टी (डिक्की) नार्थ ने बौद्ध धर्म की रक्षा को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें वक्ताओं ने बाबा साहब के सिद्धांतों को बचाने के लिए भारतीय बौद्ध महासभा की ओर से चुनाव लड़ने की घोषणा की गई।

कार्यक्रम का शुभारंभ डिक्की नार्थ के चेयरमैन उद्योगपति आरके सिंह, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के पोते भीमराव यशवंत अंबेडकर, कैप्टन प्रवीण निभेरा एवं सुबाचरन राम ने किया। भीमराव यशवंत अंबेडकर ने कहा कि बाबा साहेब द्वारा बताए गए संविधान को बदलने की कोशिश विपक्षी द्वारा की जा रही है जिसे बचाने एवं अपने अधिकारों की रक्षा के लिए लोगों को जागरूक होना होगा। महासभा के पदाधिकारियों को विधान सभा और लोकसभा का चुनाव लड़कर संसद और विधानसभा में पहुंचना होगा तभी संविधान की रक्षा कर सकेंगे। डिक्की चेयरमैन ने बताया गया कि हमें दूसरों के यहां नौकरी करने वाला नहीं बल्कि दूसरों को नौकरी देने वाला बनना चाहिए। आने वाले समय में कंपनी सैकड़ों लोगों को रोजगार देगी और भीमराव अंबेडकर के विचारों पर चलकर भीमराव यशवंत अंबेडकर के साथ मिलकर कार्य करेंगे। इस मौके पर 23 और 24 अक्टूबर को समता सैनिक दल के दिल्ली में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की जानकारी भी दी गई। प्रदीप कुमार अशोक, देवराज भास्कर, कौशल किशोर, शैलेंद्र कुमार, श्रीपाल सागर डा. पुष्पराज, प्रीतम कुमार प्रेम, अभिनव वर्मा, सतेंद्र कुमार, राजेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

शिक्षा को हथियार बनाकर लड़े अज्ञानता के खिलाफ लड़ाई

आल इंडिया मुस्लिम यूथ कन्वेंशन ने सर सैय्यद अहमद खां का 204 वां जन्मदिवस मनाया गया। इसमें वक्ताओं ने सर सैय्यद अहमद खां के जीवन पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व ब्लाक प्रमुख हाजी यूनुस ने किया। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना कर सर सैय्यद ने देश की प्रगति एवं स्वतंत्रता मे उल्लेखनीय योगदान दिया। हाजी नूर मोहम्मद कुरेशी ने कहा कि अगर अपने देश का भविष्य सुरक्षित रखना है तो अपने बच्चों को शिक्षित करना होगा। अज्ञानता, अंधकार और निर्धता के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए शिक्षा को हथियार बनाना होगा। डा. इरशाद अहमद सरर ने काव्य पाठ किया। कार्यक्रम मे जिले के मेधावियों को हाजी अलीम अवार्ड से सम्मानित किया गया। हाजी नूर मोहम्मद कुरैशी को शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान पर हाजी अलीम अवार्ड से नवाजा गया। कार्यक्रम में डा. जहीर अहमद खान, मोहम्मद आसिफ नूर, शोएब खान, चौ. फराहीम, डा. जुबेर उर्ररहमान, मतलबू अली, रफीउद्दीन आदि मौजूद रहे।

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