आमरण अनशन को सफल बनाने की अपील
खुर्जा में विश्वविद्यालय की मांग को लेकर शुरू होने वाले आमरण अनशन को सफल बनाने की अपील समिति के पदाधिकारियों ने छात्रों से की। इसके लिए छात्र विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बैठक में योजना भी तैयार की।
बुलंदशहर, जागरण टीम। खुर्जा में विश्वविद्यालय की मांग को लेकर शुरू होने वाले आमरण अनशन को सफल बनाने की अपील समिति के पदाधिकारियों ने छात्रों से की। इसके लिए छात्र विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बैठक में योजना भी तैयार की।
शुक्रवार को छात्र विश्वविद्यालय संघर्ष समिति की बैठक एनआरईसी कालेज परिसर में आयोजित की गई। जिसमें समिति के अध्यक्ष अजय ठाकुर ने कहा कि काफी समय से एनआरईसी कालेज को विश्वविद्यालय बनाने की मांग की जा रही है। एनआरईसी कालेज विश्वविद्यालय बनने के सभी मानक पूरी करता है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर वह राज्यपाल, उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री आदि से मुलाकात भी कर चुके हैं, लेकिन अभी मांग पूरी नहीं हुई है। जिसको लेकर अब छात्रों ने आज यानि शनिवार से जेवर अड्डा चौराहे पर आमरण अनशन की योजना बनाई है। जिसके लिए उन्होंने कालेज में छात्रों से संपर्क भी किया और आमरण अनशन में सहयोग करते हुए उसे सफल बनाने की मांग की। बैठक में अमित कुमार, शिवम चौधरी, दुष्यंत कुमार, आकाश कुमार, निशांत, रूपेश, तनु, अंजली, आरती आदि रहे।
देश के प्रथम राष्ट्रपति के जन्म दिन को अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया
अनूपशहर। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद के जन्म दिन को अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया। समाज के लोगों को कानून की मदद से दिशा तय करने वाला बताकर कई अधिवक्ताओं को सम्मानित किया। शुक्रवार को नगर पालिका सभागार में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा देश के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेन्द्र प्रसाद की जयंती को अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया गया। डा. राजेन्द्र प्रसाद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अलीगढ़ जनपद की खैर तहसील के तहसीलदार हीरा लाल सैनी रहे। बार के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह बालियान, अवधेश शर्मा डिबाई बार अध्यक्ष निरंजन सिंह राघव, सचिव देवेन्द्र सिंह लोधी एवं उपाध्यक्ष गेदा लाल को माला पहनाकर एवं राम दरबार भेंटकर सम्मानित किया गया। तहसीलदार हीरा लाल सैनी ने कहा कि अधिवक्ता की समाज में भूमिका अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को संविधान में कानून की व्याख्या करके न्याय दिलाने के साथ सामाजिक ताने बाने को कायम रखने में अहम भूमिका है। इस मौके पर ज्ञानेन्द्र सिंह राघव, प्रदीप राघव, राजकुमार राघव, अनुराग राघव, शिवम जादौन, दीपक कुशवाहा, भूपेन्द्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।