ग्रामीणों ने सार्वजनिक शौचालय का काम रुकवाया
सिकंदराबाद तहसील क्षेत्र के गांव सहपानी में निर्माणाधीन सार्वजनिक शौचालय का मानकों के अनुरूप निर्माण कार्य नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने काम रुकवाकर मजदूरों को भगा दिया। ग्रामीणों ने अफसरों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने अफसरों पर शिकायत करने के बावजूद अनदेखी के आरोप लगाए हैं।
जेएनएन, बुलंदशहर। सिकंदराबाद तहसील क्षेत्र के गांव सहपानी में निर्माणाधीन सार्वजनिक शौचालय का मानकों के अनुरूप निर्माण कार्य नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने काम रुकवाकर मजदूरों को भगा दिया। ग्रामीणों ने अफसरों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने अफसरों पर शिकायत करने के बावजूद अनदेखी के आरोप लगाए हैं।
शुक्रवार सुबह क्षेत्र के गांव निवासी पप्पू, प्रद्युम्न राघव, रामू, राहुल, जितेंद्र, सुशील, पवन कुमार, गुड्डू, दीपक, भूरा, प्रवीन, अरुण, सद्दाम ने बताया कि गांव स्थित पंचायत घर परिसर में लगभग पौने छह लाख रुपये की अनुमानित लागत से निर्माण कार्य हो रहा है। निर्माणाधीन सार्वजनिक शौचालय में मानकों के अनुरूप काम नहीं किए जा रहे हैं। ठेकेदार द्वारा बिना नींव खुदाई के ही सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इस तरह से शौचालय निर्माण पूरे होने से कभी भी गाजियाबाद के मुरादनगर की घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। अफसरों की अनदेखी के चलते कभी भी जनहानि होने की संभावना है। आनन-फानन चारों तरफ की दीवारों को खड़ा करके लिंटर डालने की तैयारी की जा रही है। जिम्मेदार अफसरों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अव्वल ईंटों के स्थान पर पीली ईंटों का प्रयोग सार्वजनिक शौचालय में किया जा रहा है। लिंटर में प्रयुक्त सरिये का मानकों के अनुरूप प्रयोग नहीं किया जा रहा है। पूरे शौचालय निर्माण के दौरान बीम आदि का कहीं भी प्रयोग नहीं किया गया है। तैयार होने से पूर्व ही शौचालय में दरारें पड़ना शुरू हो गई हैं। बताया कि सार्वजनिक शौचालय के निर्माण होने पर किसी भी समय हादसा होने की घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। आरोप है कि मामले में ग्राम सचिव से शिकायत करने के बाद भी सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है। इन्होंने कहा..
पूरे मामले की जांच के लिए ग्राम सचिव को मौके पर भेजा जा रहा है। ग्राम सचिव की रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सुभाष सिंह, एडीओ पंचायत, सिकंदाराबाद