अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
क्षत्रिय समाज के इतिहास से किए जा रहे खिलवाड़ को रोकने एवं क्षत्रिय सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण को रुकवाने के लिए एसडीएम को ज्ञापन दिया।
बुलंदशहर, जेएनएन। क्षत्रिय समाज के इतिहास से किए जा रहे खिलवाड़ को रोकने एवं क्षत्रिय सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा के अनावरण को गुर्जर समाज से जोड़कर किए जाने को रोके जाने को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
मंगलवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के मेरठ मंडल मेरठ अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र सिंह राघव के साथ दर्जनों की तादाद में तहसील पहुंचे पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित मांगों का ज्ञापन एसडीएम मोनिका सिंह को सौंपा। ज्ञापन में बताया कि प्रदेश सरकार एवं भाजपा के नेता क्षत्रिय समाज के गौरवशाली त्याग, तपस्या, बलिदान के चलते उनके इतिहास से खिलवाड़ कर रहे हैं। इस कारण 22 सितंबर को मुख्यमंत्री द्वारा जनपद गौतमबुद्ध नगर के दादरी में क्षत्रिय सम्राट राजा मिहिरभोज की प्रतिमा का अनावरण गुर्जर समाज से जोड़कर किए जाने की चर्चा है। राजा मिहिरभोज की प्रतिमा के अनावरण को गुर्जर समाज से जोड़कर किए जाने पर प्रदेश व देश के समाज की भावनाएं आहत होने के साथ ही आक्रोशित भी हैं। इसें तत्काल रोका व टाला नहीं गया तो क्षत्रिय समाज उग्र आंदोलन करेगा। मांग की कि ऐसे प्रायोजन को समय रहते रोका जाए, जिससे समाज में गतिरोध को रोका जा सके एवं क्षत्रिय समाज के गौरवशाली इतिहास को कायम रखा जा सके। इस मौके पर नरसी कुमार, अभय प्रताप सिंह, ज्ञानेन्द्र सिंह राघव, प्रदीप राघव, धीरेन्द्र सिंह, निर्मल सिंह राघव, विजेन्द्र सिंह राघव, जयप्रकाश सिंह राघव, दुष्यंत राघव, विजय राघव, दीपक राघव, जगदीश चौहान सहित काफी संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे।