भाकियू का लखावटी पीजी कालेज पर हंगामा-प्रदर्शन

जेएनएन बुलंदशहर अमर सिंह पीजी कालेज लखावटी में प्राचार्य की दुबारा से तैनात किये जाने के विरोध में सोमवार को भाकियू पदाधिकारी और शिक्षकों ने कालेज परिसर में धरना प्रदर्शन किया। मामला यहां तक ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने प्राचार्य ऑफिस पर ताला डालने का प्रयास किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Jul 2021 06:31 PM (IST) Updated:Mon, 05 Jul 2021 06:31 PM (IST)
भाकियू का लखावटी पीजी कालेज पर हंगामा-प्रदर्शन
भाकियू का लखावटी पीजी कालेज पर हंगामा-प्रदर्शन

जेएनएन, बुलंदशहर: अमर सिंह पीजी कालेज लखावटी में प्राचार्य की दुबारा से तैनात किये जाने के विरोध में सोमवार को भाकियू पदाधिकारी और शिक्षकों ने कालेज परिसर में धरना प्रदर्शन किया। मामला यहां तक ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने प्राचार्य ऑफिस पर ताला डालने का प्रयास किया। बाद में भाकियू पदाधिकारियों ने डीएम से संबोधित ज्ञापन एसओ औरंगाबाद को सौंपा।

अमर सिंह पीजी कालेज लखावटी में कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. टीडी शर्मा का कार्यकाल पूरी होने पर कालेज प्रशासन ने पूर्व प्राचार्य डॉ. एसएन दुबे को सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट की देखरेख में कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिये थे। इसकी सूचना पर भाकियू नेता चौधरी हरवीर सिंह की अगुवाई में दर्जनों पदाधिकारी कालेज परिसर में पहुंचे और वहां धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। प्रदर्शन में कालेज के अध्यापक भी शामिल हो गए। भाकियू नेता हरवीर सिंह का कहना था कि कॉलेज प्रशासन ने जिन प्राचार्य की पद पर तैनाती की है। उन पर कालेज में भारी अनियमितता बरतने के आरोप पहले लग चुके है और पूरे प्रकरण की डीएम स्तर से जांच चल रही है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक डॉ, एसएन दुबे को प्राचार्य का चार्ज नहीं दिया जाना चाहिये। प्राचार्य ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे अपनी जिद पर अडिग रहे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस कालेज में पिछले कई साल से छात्रों की कक्षाएं नहीं चल पा रही हैं। कालेज में कक्षाएं न चलने के कारण अधिकांश छात्र कालेज के बाहर ही घूमते नजर आते हैं। छात्रों के भविष्य के साथ जानबूझकर खिलवाड़ किया जा रहा है। प्राचार्य ने सिटी मजिस्ट्रेट के कालेज आने का घंटों इंतजार किया। उधर कालेज में प्रदर्शन की सूचना पर इंस्पेक्टर औरंगाबाद योगेन्द्र मलिक मौके पर पहुंचे और उन्होंने पदाधिकारियों को समझाकर शांत किया। इसी मामले में प्राचार्य सत्यनारायण दूबे का कहना है कि पदभार संभालने के लिए कालेज प्रशासन ने आदेश कर दिये है।लेकिन आज कार्यभार किसी कारणवश संभाला नही है। मुझ पर लगाये गए सभी आरोप निराधार है।

chat bot
आपका साथी