ढकने लगे अब निर्माण कार्य के साथ सामग्री भी

बढ़ते प्रदूषण को लेकर जिम्मेदारों की नाकामी सामने आते ही अब इसकी रोकथाम की कवायद तेज होने लगी है। सड़कों पर पानी का छिड़काव और खुले में बिक रही निर्माण सामग्री और निर्माण कार्य को अब ढका जाने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 10:17 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 10:17 PM (IST)
ढकने लगे अब निर्माण कार्य के साथ सामग्री भी
ढकने लगे अब निर्माण कार्य के साथ सामग्री भी

बुलंदशहर, जेएनएन। बढ़ते प्रदूषण को लेकर जिम्मेदारों की नाकामी सामने आते ही अब इसकी रोकथाम की कवायद तेज होने लगी है। सड़कों पर पानी का छिड़काव और खुले में बिक रही निर्माण सामग्री और निर्माण कार्य को अब ढका जाने लगा है। नतीजन, जिले की हवा में थोड़ा सुधार हुआ है और एक्यूआइ का चढ़ा ग्राफ अब रेड जोन से उतरकर आरेंज जोन में आ गया है। हालांकि प्रदूषण की यह स्थिति अभी भी सेहत के लिए हानिकारक है। इससे श्वास एवं हृदय रोगियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। सामान्य लोगों को भी दिक्कत होने लगी है।

दरअसल, जागरण के लगातार चेताने के बाद भी जिले में प्रदूषण की रोकथाम करने की बजाय जिम्मेदार लापरवाह बने रहे। एक विभाग दूसरे पर जिम्मेदारी टालते रहे। ऐसे में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए आपसी समन्वय धुल और धुएं के गुबार के साथ उड़ गया। जिसकी वजह से खुले में निर्माण कार्य होते रहे। सड़कों पर रेत, बदरपुर आदि बिकता रहा। जगह-जगह कूड़ा जलता रहा। सड़कों पर जमी धूल और धुआं छोड़ते वाहन प्रदूषण का ग्राफ बढ़ाते रहे। औद्योगिक इकाईयों की चिमनियां भी हवा में जहर घोलती रहीं। दीपावली पर पटाखों की ब्रिकी पर प्रतिबंध लगने के बाद भी आतिशबाजी होती रही। कानफोड़ू धमाके की आवाज भी सुनाई देती रही। सर्दी की दस्तक होते ही हवा में घुले इस जहर का असर बढ़ते एक्यूआइ के रूप में दिखने लगा।

अब बना रहे समन्वय

अब बढ़ते प्रदूषण के कारण जहरीली हुई जिले की आबोहवा को साफ करने की कवायद की जा रही है। कल तक जो विभाग एक दूसरे का साथ छोड़ रहे थे, वही अब साथ मिलकर काम कर रहे हैं। एंटी स्माग गन के साथ सड़कों पर खूब टैंकर दौड़ रहे हैं। वहीं प्राधिकरण की प्रवर्तन टीम भी मैदान में उतरी हुई हैं। गुरुवार को 285 से गिरकर 276 पहुंचा एक्यूआइ

गुरुवार को दिन में एक्यूआइ 285 रिकार्ड किया गया। दोपहर बाद इसमें नौ पायदान की गिरावट देखी गई। शाम साढे़ पांच बजे यह 276 रिकार्ड किया गया। हालांकि 201 से ऊपर प्रदूषण की स्थिति स्वास्थ्य पर काफी भारी पड़ती है। इसके लंबे समय तक बने रहने पर सांस लेने में परेशानी होने लगती है।

इन्होंने कहा..

प्रदूषण की रोकथाम के लिए अन्य विभाग भी मिलकर काम कर रहे हैं। धीरे-धीरे प्रदूषण का स्तर अब पहले की अपेक्षा काफी कम हो रहा है। लोग भी सहयोग करेंगे तो जल्द परिणाम राहत भरे होंगे।

सपना श्रीवास्तव, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

वायु प्रदूषण की रोकथाम को हुआ पानी का छिड़काव

खुर्जा : वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए नगरपालिका की टीमें सड़क पर उतर हुई हैं। गुरुवार को एंटी स्माग गन, स्वीपिग मशीन और टैंकर जगह-जगह दिखाई दिए। सड़कों से लेकर पेड़ों तक पानी का छिड़काव किया गया।

खुर्जा नगर में पिछले कई दिनों से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत पानी का छिड़काव लगाकर सड़कों पर किया जा रहा है। एंटी स्माग गन और टैंकर भी सड़कों पर दौड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस टैंकरों के जरिए नगरपालिका के कर्मी पानी का छिड़काव सड़कों से लेकर पेड़ों तक कर रहे हैं। जिससे वायु प्रदूषण की रोकथाम की जा सके। वहीं सड़कों पर धूल हटाने के लिए भी टीमें लगाई गई हैं। यह टीमें स्वीपिग मशीन के जरिए सड़कों से धूल हटाने कार्य कर रही हैं। नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी जेके आनंद ने बताया कि एंटी स्माग गन, स्वीपिग मशीन और पानी के टैंकर के जरिए सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी