जटिया अस्पताल पहुंचकर सीएचसी प्रभारी ने जाना मरीजों का हाल

जेएनएन बुलंदशहर छतारी थाना क्षेत्र के गांव त्यौर बुजुर्ग में इन दिनों बुखार की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो गई है। अभी भी घर-घर में लोग बुखार से ग्रस्त हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:14 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 10:14 PM (IST)
जटिया अस्पताल पहुंचकर सीएचसी प्रभारी ने जाना मरीजों का हाल
जटिया अस्पताल पहुंचकर सीएचसी प्रभारी ने जाना मरीजों का हाल

जेएनएन, बुलंदशहर: छतारी थाना क्षेत्र के गांव त्यौर बुजुर्ग में इन दिनों बुखार की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो गई है। अभी भी घर-घर में लोग बुखार से ग्रस्त हैं।

संचारी रोग फैलने की सूचना पर रविवार को राज्यमंत्री अनिल शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीके सिंह, सीएससी प्रभारी डा. मनोज कुमार ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों से मरीजों का हाल-चाल जाना था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीके सिंह के निर्देश पर त्यौर-बुजुर्ग के करीब एक दर्जन बुखार से ग्रस्त मरीजों को खुर्जा के जटिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नगर पंचायत छतारी के ईओ अरविद कुमार मिश्रा ने भी गांव में एंटी लारवा का छिड़काव कराते हुए फागिग भी कराई। सीएचसी प्रभारी डा. मनोज कुमार ने बताया ग्रामीणों द्वारा मरीजों को सही उपचार नहीं देने की सूचना दी गई थी। जिस पर वह सोमवार सुबह खुर्जा के सरकारी जटिया अस्पताल में पहुंचे। जहां उन्होंने खुद मरीजों का हाल-चाल जाना। उन्होंने बताया जटिया अस्पताल में एक वार्ड आरक्षित किया गया है। जिसमें बुखार के मरीजों को भर्ती कराकर उनका उपचार किया जा रहा है।

बिजलीघरों पर कार्य के दौरान हादसा होने पर कौन लेगा जिम्मेदारी

बुलंदशहर : जनपद के ऊर्जा निगम में निविदा व संविदा पर तैनात कर्मचारियों ने मांग पूरी नहीं होने पर मंगलवार से कार्यबहिष्कार करने का एलान किया है। हादसे में घायल होने वाले कर्मचारियों की जिम्मेदारी कंपनी लेने को तैयार नहीं है। निविदा संविदा कर्मचारी सेवा समिति जिलाध्यक्ष नरेंद्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में संविदा कर्मचारियों ने पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता को भेजे पत्र में कहा है कि समस्त बिजलीघरों पर कार्यरत संविदाकर्मी लगातार कार्य कर रहे हैं। बिजलीघरों पर कार्य करने के दौरान अगर संविदाकर्मी के साथ कोई हादसा होता है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी, उसका उपचार कौन कराएगा, इस संबंध में किसी भी अधिकारी अथवा कंपनी द्वारा कोई संतोषजनक जबाव नहीं दिया जा रहा है।

..

इन्होंने कहा..

फर्म से कर्मचारियों की जायज मांगों पूरे करने के लिए वार्ता हो गई हैं। अधिकांश कर्मचारियों ने अपनी सहमति दे दी है। यदि कोई अनुचित दबाव बनाने का प्रयास करेगा। उसे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

- अवधेश कुमार सिंह, मुख्य अभियंता

chat bot
आपका साथी