स्वीमिंग पूल में घायल हुए फौजी की उपचार के दौरान मौत

सोमवार को उनके मौत की जानकारी मिली। इससे पूर्व परिवार के अन्य लोग केवल उनके घायल होने पर उपचार होना बता रहे थे। परिजन शव को लेने के लिए दिल्ली आर्मी अस्पताल रवाना हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 10:40 PM (IST) Updated:Tue, 21 May 2019 06:25 AM (IST)
स्वीमिंग पूल में घायल हुए फौजी की उपचार के दौरान मौत
स्वीमिंग पूल में घायल हुए फौजी की उपचार के दौरान मौत

सिकंदराबाद (बुलंदशहर): कोतवाली क्षेत्र के नया गांव में दस दिन पहले स्वीमिंग पूल में नहाने के दौरान घायल हुए फौजी की आर्मी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने स्वीमिंग पूल में मानकों की अनदेखी के कारण हादसा होने का आरोप लगाया है।

बिलसूरी गांव निवासी अजब सिंह ने बताया कि उनका चचेरा भाई उमेश कुमार (30) पुत्र मनवीर राजपूताना राइफल्स रेजीमेंट की 11वीं बटालियन में तैनात थे। उनकी तैनाती नारायणा-दिल्ली स्थित रेजीमेंट में चल रही थी। उमेश पंद्रह दिन की छुट्टी लेकर दो मई को गांव आए थे। दस मई को वह कुछ साथियों के साथ सिरौंधन रोड स्थित नया गांव में स्वीमिंग पूल में नहाने गए थे। वह रैंप से नहाने के लिए जैसे ही उतरे उनका पैर फिसल गया और गिर गए। स्वीमिंग पूल के बेसमेंट में सिर में चोट लगने से वह बेहोश हो गए। साथियों ने उन्हें किसी तरह बाहर निकाला और सिकंदराबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने पर नोएडा के कैलाश अस्पताल फिर दिल्ली स्थित आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया। कोमा में चल रहे उमेश की सोमवार सुबह मौत हो गई। अजब सिंह ने कोतवाली में हादसे की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए स्वीमिंग पूल में मानकों की अनदेखी होने के कारण हादसा होने का आरोप लगाया। फौजी के पिता श्रीलंका में हुए थे शहीद

हादसे का शिकार हुए फौजी उमेश शहीद मनवीर सिंह के इकलौते पुत्र थे। मनवीर सिंह वर्ष 1984-85 में श्रीलंका में भड़की हिसा रोकने के लिए देश की ओर से वहां गई शांति सेना में शामिल थे, जहां लिट्टे के हमले में शहीद हो गए थे। परिजनों ने बताया कि उस समय उमेश मात्र नौ वर्ष के थे। ग्रामीणों ने बताया कि उमेश के चार वर्ष व नौ माह के पुत्र हैं। पत्नी रीता व मां ओमवीरी का रो-रोकर बुरा हाल है।

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