33.10 लाख पौधों से हरी-भरी हुई बुलंदशहर की जमीन

पौधारोपण अभियान के अंतर्गत जनपद के 26 विभागों को 32 लाख 56 हजार 730 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था। इसकी सापेक्ष रविवार को 33 लाख 10 हजार 737 पौधारोपण किया गया। यानि लक्ष्य से 54 हजार 07 पौधे अधिक रोपे गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 11:02 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 11:02 PM (IST)
33.10 लाख पौधों से हरी-भरी हुई बुलंदशहर की जमीन
33.10 लाख पौधों से हरी-भरी हुई बुलंदशहर की जमीन

बुलंदशहर, जेएनएन। पौधारोपण अभियान के अंतर्गत जनपद के 26 विभागों को 32 लाख 56 हजार 730 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था। इसकी सापेक्ष रविवार को 33 लाख 10 हजार 737 पौधारोपण किया गया। यानि लक्ष्य से 54 हजार 07 पौधे अधिक रोपे गए।

पौधारोपण अभियान की शुरुआत पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाऊस में परिवहन मंत्री स्वतंत्र प्रभार अशोक कटारिया ने की। परिसर में रुद्राक्ष, बरगद, नीम और कंजी के पौधे रोपकर जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारियों और आमजन से अधिक से अधिक पौधरोपण करने की अपील की। सदर तहसील क्षेत्र के गांव खेतलपुर भैंसोली के पास नहर की पटरी पर भी पौधारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रभारी मंत्री अशोक कटारिया, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल शर्मा, सांसद डा. भोला सिंह, जिलाधिकारी रविद्र कुमार, एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने पौधारोपण किया। अशोक कटारिया ने डीएफओ गंगा प्रसाद को अभियान के दौरान रौपे गए पौधों की सुरक्षा के लिए चारों और बाड़ लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा शुद्ध वातावरण के लिए पौधों का लगाया जाना जरूरी है। उधर, सिकंदराबाद क्षेत्र के गांव किशनपुर में डीएम रविद्र कुमार ने पौधरोपण किया। उन्होंने एसडीएम रविशंकर को निर्देशित किया कि पौधारोपण की सभी साइट पर नोडल अधिकारी द्वारा पौधों को पॉलीथिन हटाकर लगवाया जाए एवं आवारा पशुओं से सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं। कर्णवास के गंगावन में लहलाए 55 सौ पौधे

पौधरोपण सप्ताह अभियान के अंतर्गत जिला प्रशासन ने गंगा किनारे स्थित गांव कर्णवास में पांच हेक्टेयर में गंगा वन का निर्माण किया है। इस गंगा वन में अभियान के दौरान पांच हजार 500 पौधे रोपे गए। पांच हैक्टेयर जमीन में बने गंगावन में अर्जुन, जामुन, पीपल, पाकड़, बरगद आदि के पौधे रोपे गए हैं। 78 हजार मानव दिवस से परवान चढ़ी मुहिम

पौधारोपण अभियान के अंतर्गत दो सप्ताह पूर्व से श्रमिकों से गड्ढों की खुदाई करानी शुरू कर दी थी। 78 हजार मानव दिवस यानि दहाड़ी के रूप में मनरेगा मजदूरों का काम मिला है। रविवार को 21 हजार श्रमिकों को पौधारोपण अभियान में लगाया गया है ताकि लक्ष्य प्राप्त करने में कोई परेशानी न हो और पौधों की देखभाल और खाद पानी की व्यवस्था उचित हो। औषधीय फसलों से महका जनपद

अभियान के दौरान रविवार को 12 हजार औषधीय पौधे लगाए गए हैं। इनमें सहजन, नीम, कंजी, जामुन और अमरूद शामिल हैं। इतना ही नहीं फलदार पौधों में जामुन, नींबू, इमली, बेर, अमरूद, आंवला, कटहल और छायादार गोल्डमोर, हरश्रंगार, अचेसिया, केसिया और अलस्ट्रोनिया आदि के पौधे लगाए गए हैं। जबकि टिबंर में सागोन, यूकेलिपटिस और बबूल आदि के पौधे लगाए गए हैं। 10 जुलाई से होगी जियो टैगिग

साप्ताहिक पौधरोपण अभियान के दौरान वन विभाग में कंट्रोल रूम बनाया गया है। प्रत्येक पौधे की लोकेशन, नाम और रोपण करने वाले अधिकारियों के नाम कंट्रोल रूम में फीडिग किए जा रहे हैं। पोर्टल पर पौधों का डाटा अपलोड किया जा रहा है। वन अधिकारी गौतम सिंह ने बताया कि 10 जुलाई से रोपे गए पौधों की जियो टैगिग की जाएगी।

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सहजन पौधों का लाभ

जिला उद्यान अधिकारी डा. धीरेंद्र सिंह ने बताया कि सहजन पौधे को अंग्रेजी में मोरिगा अथवा ड्रम स्ट्रिक ट्रू भी कहते हैं। इसकी पत्तियों में प्रोटीन, विटामिन बी, सी, ए और ई तथा आयरन मैग्नीशियम, पोटैशियम आदि तत्व पाए जाते हैं। पत्तियों का सूप पीने से प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करता है, इसके साथ ही एंटी आक्सीडेंट तत्व एंटी कैंसर होते हैं। इन्होंने कहा..

लक्ष्य की सापेक्ष 54 हजार पौधारोपण अधिक किया गया है। सभी का रिकार्ड फीड्स कर लिया गया है, शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। कर्णवास में वन वाटिका में साढे पांच हजार पौधारोपण किया गया है।

-गंगा प्रसाद, डीएफओ।

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