152 शिक्षकों पर गिरी लापरवाही की गाज
परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की नाफरमानी लगातार जारी है। हर माह निरीक्षण में गैरहाजिर पकड़े के बाद भी सुधरने को तैयार नहीं है।
बुलंदशहर, जेएनएन। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की नाफरमानी लगातार जारी है। हर माह निरीक्षण में गैरहाजिर पकड़े के बाद भी सुधरने को तैयार नहीं है। कोरोना संक्रमण का कहर थमने पर स्कूल खुलने से लेकर अब तक 152 शिक्षकों पर महकमा लापरवाही की गाज गिरा चुका है। जिनमें 87 पिछले और इस माह के शिक्षक शामिल हैं। प्रेरणा पोर्टल की निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर गैरहाजिरी पर बीएसए ने इन शिक्षकों का वेतन रोक जबाव-तलब किया है।
लगातार मनमानी रही जारी
दरअसल, कोरोना संक्रमण का कहर कम होने पर बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय स्कूलों को शिक्षकों एवं स्टाफ के लिए खोल दिया। हालांकि बच्चों के आने पर रोक रही। प्रेरणा एप पर बच्चों का डाटा फीडिग, मिड-डे-मील भत्ते के लिए डाटा फीडिग, बैंक डिटेल, नामांकन सहित अन्य विभागीय योजनाओं का लक्ष्य पूरा करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। शिक्षक विद्यालय आने-जाने में और मिली जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतने लगे। जब बच्चे स्कूल पहुंचने लगे तब भी शिक्षकों की मनमानी जारी रही।
जुलाई में पकड़े 65, अगले डेढ़ माह में 87
जुलाई माह में बीएसए कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम से कराई गई वीडियो काल में 65 शिक्षकों को गैरहाजिर पकड़ा गया। 15 अगस्त तक खंड शिक्षाधिकारियों ने परिषदीय स्कूल पहुंचकर निरीक्षण किया तो 34 शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित पाए गए। अगस्त के अगले पक्ष में अफसरों ने फिर स्कूलों का निरीक्षण किया। इसमें भी कई शिक्षक बिना बताए विद्यालय से अनुपस्थित मिले। जब बच्चों के लिए स्कूल खोले गए तो शिक्षकों की जिम्मेदारी अधिक बढ़ गई, लेकिन उनकी लापरवाही और मनमानी बदस्तूर जारी रही। इन डेढ़ माह के भीतर 15 सितंबर तक 87 शिक्षक गैर हाजिर मिले। अफसरों ने मौके से ही प्रेरणा पोर्टल पर निरीक्षण रिपोर्ट अपलोड की। इस रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने कार्रवाई की है।
इन्होंने कहा..
शिक्षक परिषदीय स्कूल पहुंचने की बजाय मनमानी कर रहे हैं। आनलाइन निरीक्षण रिपोर्ट में जुलाई से अब तक गैरहाजिर मिलने वाले 152 शिक्षकों का वेतन रोका गया है।
अखंड प्रताप सिंह, बीएसए