बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करें

नजीबाबाद में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांव गजरौला पाईमार हुसैनपुर और जालबपुर गूदड़ में सदस्यता अभियान चलाया। जिला पंचायत अध्यक्ष साकेंद्र चौधरी ने कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने और भाजपा की जन कल्याणकारी योजनाओं को लाभ पात्रों को दिलाने की सलाह दी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 11:16 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 11:16 PM (IST)
बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करें
बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करें

बिजनौर, जेएनएन। नजीबाबाद में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांव गजरौला पाईमार, हुसैनपुर और जालबपुर गूदड़ में सदस्यता अभियान चलाया। जिला पंचायत अध्यक्ष साकेंद्र चौधरी ने कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने और भाजपा की जन कल्याणकारी योजनाओं को लाभ पात्रों को दिलाने की सलाह दी।

जिला पंचायत अध्यक्ष साकेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ने बगैर भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम किया है। सरकार की जन कल्याणकारी योजना से हर वर्ग को लाभ पहुंचा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को अपना बूथ सबसे मजबूत का मूल मंत्र देते हुए बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत बनाने और जनहित के मुद्दों को उठाने की सलाह दी। ग्रामीण मंडल अध्यक्ष जुगनेश चौधरी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर ग्रामीण मंडल उपाध्यक्ष अशोक पाल, ग्रामीण मंडल सदस्यता प्रमुख मुकुल बंसल, ग्रामीण मंडल उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा वसीम कस्सार, मंडल महामन्त्री शाहिद कस्सार, जाहिद हुसैन, कपिल कुमार, सुशील कुमार, हसीन अहमद व हिमांशु राजपूत आदि मौजूद रहे। ंस्तन कैंसर शिविर में की 87 महिलाओं की जांच

बिजनौर, जेएनएन। कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन, ट्रकिन लैब एवं विश्नोई नर्सिग होम के तत्वावधान में बुधवार को निश्शुल्क स्तन एवं सर्विक्स शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 87 महिलाओं की जांच की गई। स्तन कैंसर की आशंका के चलते कई महिलाओं को एलबीसी जांच की सलाह दी गई।

जजी रोड स्थित विश्नोई नर्रि्सग होम में बुधवार को लगाए गए निश्शुल्क स्तन एवं सर्विक्स शिविर में स्त्री, प्रसूति एवं बांझपन विशेषज्ञ डा. अलका विश्नोई के पास 87 महिलाएं स्तन कैंसर की जांच को पहुंची। जांच में कई महिलाओं के स्तन में गांठ एवं निप्पल में से तरल पदार्थ का स्त्राव होना पाया गया। इस पर उन्हें एलबीसी जांच की सलाह दी गई। स्त्री, प्रसूति एवं बांझपन विशेषज्ञ डा. अलका विश्नोई ने बताया कि स्तन कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन 40 वर्ष के बाद इसके होने की आशंका बढ़ जाती है।

शिशु को स्तनपान नहीं कराना और हार्मोन्स की गड़बड़ी स्तन कैंसर का प्रमुख कारण है। वंशानुगत कारणों से भी स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। मासिक चक्र समय से पहले होना, अधिक आयु में गर्भधारण, रजोनिवृत्ति देरी से होना, स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ावा देता है। स्तन कैंसर के लक्षण

डा. अलका विश्नोई बताती हैं कि स्तन या निप्पल के आकार में असामान्य बदलाव होना। स्तन में मासिक चक्र खत्म होने के बाद भी लगातार दर्द होना। त्वचा परिवर्तन, विशेष रूप से निप्पल में गड्ढा पड़ना, सूजन या खिचाव होना। निप्पल से सफेद या लाल रक्त स्त्राव होना। निप्पल का अंदर की ओर धंसना। जबकि गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का ह्मूमन पैमिलोमा वायरस के कारण होता है। गर्भाशय में दर्द, असामान्य खून पर योग्य चिकित्सक से सलाह लें। चिकित्सक की सलाह पर जांच अवश्य कराएं।

कैसे करें कैंसर की जांच

स्तन की जांच महिलाएं हर महीने खुद कर सकती हैं, जांच करें कि स्तन में कोई गांठ तो नहीं है। यदि किसी महिला को संदिग्ध गांठ या वृद्धि का पता चलता है, तो तुरंत किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लें।

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