आक्सीजन लगाकर भटकती रही महिला, नहीं मिला इलाज
कोरोना का लगातार संक्रमण बढ़ने के कारण जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो गई हैं। बुखार या श्वांस रोग से पीड़ित मरीजों का बिना कोरोना जांच रिपोर्ट देखे चिकित्सक इलाज करने को तैयार तक नहीं है। गुरुवार को ऐसा ही मामला सामने आया। एक महिला को आक्सीजन लगाकर उसके स्वजन भटकते रहे लेकिन उसे जिला अस्पताल में इलाज तक नहीं मिला। उधर सीएमएस का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
बिजनौर, जेएनएन। कोरोना का लगातार संक्रमण बढ़ने के कारण जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो गई हैं। बुखार या श्वांस रोग से पीड़ित मरीजों का बिना कोरोना जांच रिपोर्ट देखे चिकित्सक इलाज करने को तैयार तक नहीं है। गुरुवार को ऐसा ही मामला सामने आया। एक महिला को आक्सीजन लगाकर उसके स्वजन भटकते रहे लेकिन उसे जिला अस्पताल में इलाज तक नहीं मिला। उधर सीएमएस का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
ग्राम लड़ापुरा निवासी गुलशन पिछले तीन दिन से बुखार से पीड़ित थी। गुरुवार को उसे श्वांस लेने में दिक्कत हुई, तो स्वजन ने चिकित्सक की सलाह पर आक्सीजन लगा दी। गुलशन की तबीयत में सुधार न होने पर स्वजन उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए। आरोप है कि जिला अस्पताल में उसे भर्ती करने के बजाय टरका दिया गया। बाद में स्वजन उसे इलाज के लिए निजी अस्पतालों में ले गए, लेकिन उसे पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाया। उधर सूत्रों का कहना है कि कोरोना जांच रिपोर्ट के कोई भी चिकित्सक मरीज को इलाज नहीं कर रहे। बताते है कि आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट भी कई-कई दिन में मिल रही है। वहीं सीएमएस डा. ज्ञान सिंह का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। यदि कोई शिकायत मिलती है, तो जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। इनका कहना है कि-
यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। जिला अस्पताल में इलाज और जांच की पर्याप्त व्यवस्था है। यदि कोई शिकायती मिलती है, तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
रमाकांत पांडेय, डीएम।