कमजोर इंतजाम बन रहे हादसे और जाम की वजह
जाम और हादसों को रोकने के लिए कमजोर इंतजाम मुख्य वजह होती है। अतिक्रमण और खराब सड़कें जाम की वजह बनती है। कई बार जाम की वजह से ही लोगों की जान चली जाती है। ओवरलोडेड वाहन हादसे की मुख्य वजह रहते हैं। पेराई की सीजन में गन्ने से लदे वाहनों से भी हादसे होते हैं।
जागरण संवाददाता, बिजनौर। जाम और हादसों को रोकने के लिए कमजोर इंतजाम मुख्य वजह होती है। अतिक्रमण और खराब सड़कें जाम की वजह बनती है। कई बार जाम की वजह से ही लोगों की जान चली जाती है। ओवरलोडेड वाहन हादसे की मुख्य वजह रहते हैं। पेराई की सीजन में गन्ने से लदे वाहनों से भी हादसे होते हैं। शहर से लेकर कस्बों तक जाम रहता है। जाम में स्कूली बच्चों भी फंसकर रह जाते हैं। इस वजह से बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हर साल हादसों के आंकड़ों पर नजर डालें तो संख्या लगातार बढ़ रही है। पुलिस-प्रशासन और परिवहन विभाग की ओर से योजना बनाई जाती है। धरातल पर नतीजा सिफर रहता है। सड़कों की संरचना और गड्ढे भी हादसे की वजह बनते हैं। वाहन पलट जाते हैं और घंटों हाईवे जाम के झाम में फंसे रहते हैं। हर कोई पल्ला झाड़ लेता है।
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ओवरलोड वाहनों पर लगे रिफ्लेक्टर
हादसों और जाम को रोकथाम के लिए ओवरलोडेड वाहनों पर रिफ्लेक्टर काफी आवश्यक है। गन्ने के सीजन में ट्रैक्टर-ट्रॉली, ट्राले और ट्रक बड़े घातक बनते हैं। प्रशासन की रोक के बाद भी कुछ गन्ना शुगर मिल में ओवरलोड ट्राले चलते हैं। सख्ती नहीं होने के चलते ट्रक की आड़ में ट्राले धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ते हैं। कोहरे में यह मुसीबत बनती है।
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जागरुकता का नहीं होता कोई असर
यातायात माह में जागरुकता अभियान चलाया जाता है। पुलिस और संस्थाओं की ओर से जागरूक किया जाता है। स्कूल और कॉलेज में गोष्ठियों का आयोजन किया जाता है। रैली निकालकर नियमों के बारे में बताया जा रहा है। लोगों को नियमों का पालन करने की अपील की जाती है।
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पांच साल के हादसों के आंकड़े
साल--हादसे--मौत--घायल
2017--473--287--345
2018--556--373--381
2019--551--341--447
2020--441--311--301
2021--427--244--299
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2021 में किए गए चालान
हेलमेट : 40100
डीएल : 8400
तीन सवारी : 4000
शराब : 11
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नियमों के पालन के लिए आम जनता को भी जागरूक होना चाहिए। नियमों की सख्ती के साथ ही स्कूल कॉलेजों में यातायात नियमों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस को भी इसकी जिम्मेदारी दे रखी है। संबंधित विभागों से हादसों को रोकने के लिए ठोस रणनीति तैयार की जाएगी
-डॉ प्रवीन रंजन एसपी सिटी
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गन्ने के सीजन में किसानों को भी अपने वाहनों पर कोरे में चमकने वाले रिफ्लेक्टर या अन्य चीजें लगानी चाहिए, जिससे राहगीर के साथ-साथ किसान और वाहन चालक भी सुरक्षित रहे। खासकर गन्ने के ट्रैक्टर-ट्रॉली और भैंसा-बुग्गी पर भी इस तरह की प्लेट लगानी चाहिए
-नरेश कुमार, जिलाध्यक्ष भारतीय (भानु)
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अभियान चलाकर गन्ने से लदे वाहनों पर रिफ्लेक्टर और चमकदार कपड़ा लगा जाता है। शुगर मिल प्रबंधन पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर इस अभियान को पेश किया जा रहा है गन्ना शुगर मिलों में रिफ्लेक्टर वगैरा लगाए जा रहे हैं। नियमों का पालन नहीं करने पर वाहन चालक कार्रवाई की जाएगी
-शिव शंकर सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन