जलभराव बना ग्रामीणों की परेशानी
नूरपुर क्षेत्र के गांव पुरैनी दुर्वेशपुर का मुख्य मार्ग जलभराव के कारण बदहाल होता जा रहा है। ग्रामीणों को गंदगी से होकर गुजरना पड़ता है। विकासखंड नूरपुर से लगभग सात किलोमीटर दूर स्थित गांव पुरैनी दुर्वेशपुर गांव के मुख्य मार्ग पर गहरे-गहरे गड्ढों व जलभराव से ग्रामीण परेशान हैं।
जेएनएन, बिजनौर। नूरपुर क्षेत्र के गांव पुरैनी दुर्वेशपुर का मुख्य मार्ग जलभराव के कारण बदहाल होता जा रहा है। ग्रामीणों को गंदगी से होकर गुजरना पड़ता है। विकासखंड नूरपुर से लगभग सात किलोमीटर दूर स्थित गांव पुरैनी दुर्वेशपुर गांव के मुख्य मार्ग पर गहरे-गहरे गड्ढों व जलभराव से ग्रामीण परेशान हैं।
गांव की आबादी लगभग दो हजार से ज्यादा है, जिसमें ज्यादातर किसान निवास करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जल निकासी न होने के कारण घरों से निकला पानी सड़क पर ही जमा हो जाता है। सामान्य हालत में सड़क पर पानी भरा रहता है और बारिश में हालत और ज्यादा खराब हो जाते हैं। पिछले दिनों में अन्य स्थानों की हालत तो बदली, लेकिन गांव का यह मुख्य मार्ग वैसा का वैसा ही रह गया है। सड़क पर ठहरे गंदे पानी के कारण गांव में बीमारियां फैलने का खतरा भी बन गया है। ग्रामीण परेशानी को देखते हुए कई बार जल निकासी का प्रबंध करने की मांग करते रहे हैं, लेकिन सड़क का हाल नहीं बदल सका। ग्रामीण रामकुमार, अरुण कुमार, डा. गोपाल, बंटी, पप्पू, लेखराज, पवन कुमार, अतुल कुमार, सुनील कुमार ने मुख्यमंत्री को भेजकर इस मार्ग को दुरुस्त कराने की मांग की है। सरकारी भूमि को कराया कब्जामुक्त
तहसील नगीना क्षेत्र की ग्राम पंचायत शादीपुर में खसरा नंबर 85 में लगभग 0.025 हेक्टेयर भूमि बंजर में स्थित है। गांव के बाबूराम ने अपनी जमीन बताकर इकरार, इसरार, इकबाल, अफजाल व दिलशाद आदि को बेच दी थी। जमीन पर छप्पर व कच्चा मकान बनाकर अवैध कब्जा कर लिया था। ग्राम प्रधान मोहम्मद अकरम ने डीएम और एसडीएम से शिकायत कर जमीन को कब्जामुक्त कराने की मांग की थी। उपजिलाधिकारी घनश्याम वर्मा ने राजस्व विभाग की टीम को जांच के निर्देश दिए। राजस्व विभाग की टीम ने पुलिसबल साथ मौके पर पहुंचकर इसरार, इकबाल, अफजाल, इकरार व दिलशाद आदि से बंजर भूमि को कब्जा मुक्त कराया। जेसीबी की मदद से बंजर भूमि पर अवैध रूप से निर्माण को हटवाया गया।