रामगंगा नदी में पानी कम हुआ, परेशानी नहीं
पिछले दो दिनों से मौसम साफ होने और कालागढ़ डैम से छोड़े जाने वाले पानी में कमी के चलते गुरुवार को रामगंगा नदी में पानी थोड़ा कम हुआ लेकिन हरेवली बैराज के पास के गांवों में अभी भी किसानों के खेतों में पानी जमा हुआ है। फसलें जलमग्न होने से उनकी धान और उड़द की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो रही हैं। वहीं ग्रामीणों को भी आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है।
जेएनएन, बिजनौर। पिछले दो दिनों से मौसम साफ होने और कालागढ़ डैम से छोड़े जाने वाले पानी में कमी के चलते गुरुवार को रामगंगा नदी में पानी थोड़ा कम हुआ, लेकिन हरेवली बैराज के पास के गांवों में अभी भी किसानों के खेतों में पानी जमा हुआ है। फसलें जलमग्न होने से उनकी धान और उड़द की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो रही हैं। वहीं ग्रामीणों को भी आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है।
रामगंगा नदी में हरेवली बैराज पर बुधवार की तुलना में गुरुवार को पानी का प्रवाह कम हुआ है। गुरुवार सुबह करीब छह हजार 500 क्यूसेक पानी चल रहा था, जबकि बुधवार को इसकी मात्रा करीब 10 हजार क्यूसेक थी। कालागढ़ डैम से दो दिन पहले जो पानी छोड़ा गया था, उसके कारण हरेवली बैराज के आसपास के खेतों में जलभराव हो गया है।
रामगंगा के पानी से हरेवली बैराज के पास गांव भगौता, कुराली, चाहड़वाला, परमावाला, शाहकोट, कंदला, सजापुर, जमनपुर, शहजादपुर, खिजरपुर आदि गांव पूरी तरह प्रभावित हैं। यहां किसानों की हजारों बीघा फसलों का नुकसान हुआ है। किसान जयपाल सिंह, विकास कुमार, डालचंद, भीम सिंह, होरी सिंह, लोकेंद्र, अर्जुन सिंह आदि का कहना है कि करीब 50 प्रतिशत फसल बर्बाद हो चुकी हैं, यदि कुछ और दिन पानी ऐसे ही खेतों में भरा रहा तो पूरी फसल बेकार हो जाएगी। शेरकोट में भी मिर्जापुर, तीपरजोत, नंदगांव आदि में खो नदी का पानी पहुंच चुका है। एसडीएम धीरेंद्र सिंह का कहना है कि गुरुवार को पानी बहुत कम हो गया है, लगातार नजर बनाई जा रही है।