स्योहारा क्षेत्र के कई गांवों में घुसा पानी

पहाड़ों पर हो रही लगातार बरसात और कालागढ़ डैम से रामगंगा नदी में छोड़े गए पानी से स्योहारा क्षेत्र के भी कई गांवों में पानी पहुंच गया है। किसानों के खेतों में घुसकर पानी फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 10:58 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 10:58 PM (IST)
स्योहारा क्षेत्र के कई गांवों में घुसा पानी
स्योहारा क्षेत्र के कई गांवों में घुसा पानी

जेएनएन, बिजनौर। पहाड़ों पर हो रही लगातार बरसात और कालागढ़ डैम से रामगंगा नदी में छोड़े गए पानी से स्योहारा क्षेत्र के भी कई गांवों में पानी पहुंच गया है। किसानों के खेतों में घुसकर पानी फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है।

कालागढ़ से पानी छोड़े जाने से स्योहारा के गांव मुकरपुरी, सिपाहियोंवाला, टांडा बेरखेड़ा, बजीरपुर मंडय्यो, जागीर, बेरखेड़ा आदि गांव में फसलों तक राम गंगा का पानी पहुंच गया है। जिससे किसानों का नुकसान होना शुरू हो गया है। मंगलवार को कालागढ़ डैम से पानी छोड़े जाने के बाद राम गंगा नदी में पानी और बढ़ गया। ग्रामीणों के मुताबिक गांव मुकरपुरी में नदी का पानी कुछ घरों तक भी पहुंच गया है। जिससे किसानों में भय बना हुआ है। शीशराम सिंह, जगपाल, बोस कुमार शर्मा, छत्रपाल सिंह, नरेश चौहान, वीर सिंह ने बताया कि पहले बारिश और अब पानी आने से तैयार धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। थानाध्यक्ष आशीष तोमर ने बताया कि ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा गया है।

बारिश में धराशाई हो गए सड़क और नाला

गांव गल्लाखेड़ी में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई जा रही सड़क और नाला दो दिन की बारिश के बाद धराशाई हो गया। बारिश में सड़क जगह-जगह उखड़ गई तो नाला और उसकी दीवार पूरी तरह ढह गई। जिसे लेकर ग्रामीणों ने ठेकेदार पर सड़क व नाला निर्माण में घटिया सामग्री लगाने का आरोप लगाया है।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत शाहपुरखेड़ी से गल्लाखेड़ी करीब छह किलोमीटर की दूरी तक मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। फिलहाल मार्ग का निर्माण गल्लाखेड़ी की शुरूआत तक पहुंच चुका है। मार्ग दो दिन की तेज बारिश नहीं झेल सका। बारिश के चलते मार्ग बुरी तरह टूट गया है, साथ ही सड़क की साइड में बनाया गया नाला और दीवार भरभराकर ढह गई है। ग्रामीण राजेंद्र सिंह, परविदर सिंह, राजकिशोर, इब्राहिम, सुलेमान, मुस्तकीम आदि ने आरोप लगाया कि सड़क व नाला निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया, जिसके चलते यह नुकसान हुआ। उधर, विभागीय जेई वीरेंद्र सिंह का कहना है कि उक्त मार्ग व नाला हाल ही में बना है। तेज बारिश के चलते सड़क टूट गई, जबकि नाला भी पानी को झेल नहीं सका। इसकी मरम्मत कराई जाएगी।

chat bot
आपका साथी