खैरुल्लापुर की ओर कटान हुआ तो मचेगी तबाही

मालन नदी के उफान से आबादी को बचाने के किए बचाव कार्य से किनारे बसे परिवार संतुष्ट नहीं है। ग्रामीणों ने एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा है। जिसमें ग्राम खैरुल्लापुर के पास बचाव कार्य अधूरा छोड़ने का आरोप लगाया है। इससे वहां बाढ़ आने का खतरा बढ़ने की बात कही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 10:33 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 10:33 PM (IST)
खैरुल्लापुर की ओर कटान हुआ तो मचेगी तबाही
खैरुल्लापुर की ओर कटान हुआ तो मचेगी तबाही

बिजनौर, जेएनएन। मालन नदी के उफान से आबादी को बचाने के किए बचाव कार्य से किनारे बसे परिवार संतुष्ट नहीं है। ग्रामीणों ने एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा है। जिसमें ग्राम खैरुल्लापुर के पास बचाव कार्य अधूरा छोड़ने का आरोप लगाया है। इससे वहां बाढ़ आने का खतरा बढ़ने की बात कही है।

गांव खैरुल्लापुर निवासी ममता वर्मा, गुरमुख सैनी, सुरेंद्र वर्मा, बलराम, संजीव कौशिक, देवेंद्र, सतीश कुमार, राहुल सैनी, ओमप्रकाश, रोहित, अंकुर, अमर सिंह, नीरज सैनी आदि ने शिकायती पत्र में कहा है कि पिछले कुछ वर्षो में उफान आने पर मालन नदी का कटान बढ़ गया है। इससे नदी पक्के मकानों के नजदीक पहुंच चुकी है। ऐसे में इस वर्ष मानसून आने पर गांव शाहपुर, खैरुल्लापुर, कछियाना बस्ती, मोहल्ला पाईबाग में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। सिचाई खंड धामपुर में नदी की धारा को व्यवस्थित करने और कटान से आबादी क्षेत्रों को सुरक्षित रखने के लिए बचाव कार्य शुरू किया। करीब दो महीने तक यह कार्य चला, लेकिन मकानों के आसपास बचाव के कोई इंतजाम नहीं किए गए। उन्होंने जान-माल की क्षति रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य जल्द पूरा कराने की मांग की है।

-इनका कहना है

जगह-जगह बारिश होने लगी है। मालन नदी में जलस्तर बढ़ने के आसार हैं। लेबर और वाहन फंसने की आशंका को देखते हुए पुल के आसपास काम रोका गया है। मानसून सत्र के बाद शेष कार्य को पूर्ण कराया जाएगा। हमारा प्रयास है कि किसी को कोई नुकसान न पहुंचने दिया जाए।

-रामबाबू, अधिशासी अभियंता, सिचाई खंड धामपुर

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