बैंक में नकली आभूषण रखकर ले लिया 14 लाख का लोन
नजीबाबाद में नैनीताल बैंक में नकली स्वर्ण आभूषण रखकर एक-एक कर चार लोगों ने 14 लाख रुपये का लोन ले लिए। हैरानी की बात यह है कि सात महीनों तक बैंक को इसकी भनक तक नहीं लगी। कई बार चेतावनी देने के बाद भी जब लोन का भुगतान नहीं किया तो बंधक रखे गए आभूषणों का मूल्यांकन कराया तो उनके नकली होने का पता चला। अब बैंक अधिकारी ऋण धारकों से वसूली करने में जुटे हैं।
जेएनएन, बिजनौर। नजीबाबाद में नैनीताल बैंक में नकली स्वर्ण आभूषण रखकर एक-एक कर चार लोगों ने 14 लाख रुपये का लोन ले लिए। हैरानी की बात यह है कि सात महीनों तक बैंक को इसकी भनक तक नहीं लगी। कई बार चेतावनी देने के बाद भी जब लोन का भुगतान नहीं किया तो बंधक रखे गए आभूषणों का मूल्यांकन कराया तो उनके नकली होने का पता चला। अब बैंक अधिकारी ऋण धारकों से वसूली करने में जुटे हैं।
नजीबाबाद क्षेत्र के तुषार, अतुल, अफसाना और ओमवीर ने नैनीताल बैंक की नजीबाबाद शाखा से अलग-अलग तारीख में 14 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया था। ब्याज और मूल राशि जमा नहीं कराने पर बैंककर्मी हरकत में आए। बैंक ने सोमवार को बंधक रखे गए आभूषणों का मूल्यांकन कराया गया, तो जांच में सभी आभूषण नकली निकले। बैंक अधिकारियों ने संबंधित ऋण धारकों से संपर्क किया। बताया जा रहा है कि ऋणधारकों और बैंककर्मियों में आपसी सहमति बनी है, जिसमें कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि दो दिनों में 60 हजार रुपये बैंक को वापस मिले हैं। अभी पुलिस को तहरीर नहीं दी है। बैंक का रिकवरी पर फोकस है।
ऐसे होता है ऋण स्वीकृति
बैंक में आभूषण बंधक रखकर ऋण देने से पहले बैंक द्वारा बैंक से जुड़े गवर्नमेंट एप्रूव्ड वेल्युअर से आभूषणों की जांच कराने के साथ-साथ बाजार भाव पर उनका मूल्यांकन कराया जाता है। इसके बाद ही बैंक आभूषण बंधक रखकर उसकी मूल रकम का 75 फीसद ऋण देता है।
इस तरह हुई बैंक से चूक
यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी कई जगह इस तरह की धोखाधड़ी हुई हैं। मूल्यांकन कराने के बाद आभूषण बैंककर्मी की सुपुर्दगी में न देकर ऋण लेने वाले स्वयं ही आभूषण लेकर बैंक पहुंचते हैं। बैंककर्मी की अनदेखी के चलते आभूषण बदल दिए जाते हैं।
मूल्यांकनकर्ता की बात
सर्राफ मयंक अग्रवाल का कहना है कि नकली आभूषणों पर ऋण लेने के मामले में बैंक द्वारा बंधक रखे गए आभूषणों की दोबारा जांच कराई गई है। जिसमें आभूषण न केवल नकली निकले, बल्कि उनके वजन में भी फर्क मिला है।
इनका कहना है..
ऋण की धनराशि वापस नहीं किए जाने पर बंधक रखे गए आभूषण जांच में नकली निकले हैं। इस बाबत ऋणधारकों से बात हो गई है। उन्होंने लोन के पैसे जमा कराने शुरू कर दिए हैं।
-संदीप रावत, शाखा प्रबंधक, नैनीताल बैंक नजीबाबाद।