कातिल और दहेज लोभियों ने पुलिस को दी चुनौती
सितंबर माह में कत्ल और दहेज हत्या ने पुलिस को खुली चुनौती है। एक के बाद एक हत्याएं और दहेज हत्या से पुलिस को हलकान कर दिया है। नेशनल खिलाड़ी के चर्चित हत्याकांड में पुलिस के होश उड़ गए हैं। हत्याकांड ने राजनीति रंग भी लिया है।
जेएनएन, बिजनौर। सितंबर माह में कत्ल और दहेज हत्या ने पुलिस को खुली चुनौती है। एक के बाद एक हत्याएं और दहेज हत्या से पुलिस को हलकान कर दिया है। नेशनल खिलाड़ी के चर्चित हत्याकांड में पुलिस के होश उड़ गए हैं। हत्याकांड ने राजनीति रंग भी लिया है। इसलिए पुलिस के लिए चुनौती बढ़ गई है। वहीं कुछ अनसुलझी वारदात में कातिल पुलिस की पकड़ से दूर हैं। इस माह में हुए हादसों में भी कई लोगों ने जान गंवाई है। कुल मिलाकर इस माह में पुलिस को कदम-कदम पर चुनौती मिल रही है। यह हुई हत्याएं
- दो सितंबर को धामपुर में खूनी संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत
- नौ सितंबर को गांव महमूदपुर में बबीता की जंगल में हत्या
- दस सितंबर को नेशनल खिलाड़ी की रेलवे स्टेशन पर हत्या
- 14 सितंबर को भोगनवाला में कोल्हू स्वामी मौसम की हत्या
- 14 सितंबर को तिसोतरा में किसान शोबीर की हत्या
- 16 सितंबर को स्योहारा के फैजुल्लापुर में वृद्धा की हत्या
दहेज हत्या भी चुनौती
-पांच सितंबर को बढ़ापुर में महिला की मौत, दहेज हत्या की रिपोर्ट
-12 सितंबर को धामपुर के गांव कुंडीपुरा केदारपुर में इंदु की मौत
-12 सितंबर को स्योहारा में बेरखेड़ा टांडा में विकल की जहर से मौत
-17 सितंबर को नूरपुर के गांव रूपपुर शाहपुर में विवाहिता की मौत
हादसों में भी गई कई की जान
सितंबर माह में कई हादसे हुए हैं। 15 दिन के अंतराल में करीब दस से अधिक लोगों ने जान गंवाई है। 15 सितंबर को पेड़ से कार टकराने पर भाई-बहन की मौत हो गई थी। 16 सितंबर को मोहल्ला खेड़ा निवासी सतीश की मौत हो गई। मंडावली क्षेत्र में वृद्धा की सड़क हादसे में मौत हो गई। इसके अलावा कई और हादसे हुए हैं। इन्होंने कहा
कुछ रंजिशन हत्याएं हुई हैं। अधिकांश का अनावरण कर दिया गया है। अनसुलझी घटना के लिए पुलिस टीमें लगी है। जल्द ही राजफाश कर दिया जाएगा। अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा।
-डा. धर्मवीर सिंह, एसपी