जंगल में अपने परिवार से नहीं मिल पाया छोटा गजराज
जंगल से भटक कर गांव में आए छोटे गजराज यानी हाथी के बच्चे को काफी जद्दोजहद के बाद भी उसके झुंड से नहीं मिलाया जा सका है। वन विभाग ने हाथी के बच्चे को जंगल में भी छोड़ा लेकिन कोशिश नाकाम रहीं। थक-हारकर वनकर्मी मंगलवार को हाथी के बच्चे को बढ़ापुर रेंज की बगनला चौकी पर ले जाया गया था।
बिजनौर, जेएनएन। जंगल से भटक कर गांव में आए छोटे गजराज यानी हाथी के बच्चे को काफी जद्दोजहद के बाद भी उसके झुंड से नहीं मिलाया जा सका है। वन विभाग ने हाथी के बच्चे को जंगल में भी छोड़ा, लेकिन कोशिश नाकाम रहीं। थक-हारकर वनकर्मी मंगलवार को हाथी के बच्चे को बढ़ापुर रेंज की बगनला चौकी पर ले जाया गया था।
एक दिन पूर्व हाथी का एक बच्चा अपने झुंड से बिछुड़कर गांव बहेड़ी निवासी उमेश सैनी की पशुशाला में घुस आया था। उमेश की सूचना पर उसके पड़ोसी वीर सिंह सुरक्षा के उद्देश्य से हाथी के बच्चे को पकड़कर अपने डेरे पर ले गए थे। मामले की इत्तला वन विभाग को दी गई थी। सूचना पर बढ़ापुर रेंज के अधिकारी कपिल कुमार व साहूवाला रेंज अधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत मौके पर पहुंचे थे और अपनी टीमों के साथ हाथी के बच्चे को उसके परिवार से मिलाने के लिए जंगल ले गए थे, लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद भी हाथी का बच्चा अपने झुंड से नहीं मिल पाया। वनकर्मियों को जंगल में हाथी भी नजर नहीं आए। फिलहाल हाथी के बच्चों को लेकर वन विभाग की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यह भी आशंका जताई जा रही है कि बच्चे के दूर होने से गुस्साए हाथी ग्रामीणों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। बढ़ापुर रेंज के अधिकारी कपिल कुमार कहना है कि हाथी के बच्चे को बढ़ापुर रेंज की बगनला चौकी ले जाया गया है, जहां पर बच्चे को जंगल में छोड़कर उसके परिवार से मिलाने का प्रयास किया जा रहा है।