दस दिवसीय दशलक्षण पर्व का समापन

धामपुर के मोहल्ला गुजरतियान स्थित श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे दस दिवसीय दशलक्षण पर्व का समापन हो गया। बताया जाता है कि अनंत चतुर्दशी या अनंत चौदस जैन धर्मावलंबियों के लिए सबसे पवित्र तिथि है। इस मौके पर पालकी यात्रा भी निकाली गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 05:19 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 05:19 PM (IST)
दस दिवसीय दशलक्षण पर्व का समापन
दस दिवसीय दशलक्षण पर्व का समापन

जेएनएन, बिजनौर। धामपुर के मोहल्ला गुजरतियान स्थित श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे दस दिवसीय दशलक्षण पर्व का समापन हो गया। बताया जाता है कि अनंत चतुर्दशी या अनंत चौदस जैन धर्मावलंबियों के लिए सबसे पवित्र तिथि है। इस मौके पर पालकी यात्रा भी निकाली गई।

श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे कार्यक्रम का रविवार को अनंत चर्तुदशी पर समापन हो गया। यह मुख्य जैन त्योहार पर्यूषण पर्व का आखिरी दिन होता है। इस दिन सभी श्रावक व्रत रखकर अनंत चतुर्दशी मनाते हैं। इस अवसर पर जिनालयों में श्रीजी के कलशाभिषेक, शांतिधारा, पर्व पूजन, संगीतमय नित्यमह पूजन, सामायिक, आरती, शास्त्र प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इस मौके पर नगर में पालकी यात्रा भी निकाली गई। इस अवसर पर अनिल जैन, सुशील जैन, वंदित जैन, अमन जैन, नमन जैन, शुभम जैन, दीपक जैन, चंचल जैन, ईशा जैन, शैलबाला जैन, ममता जैन, साक्षी जैन, रेखा जैन, प्रगति जैन, पूनम जैन, चारू जैन शामिल रही। पितलेश्वर मंदिर में हुआ पर्यावरण शुद्धि को यज्ञ

बिजनौर : भरत विहार कालोनी में स्थित पितलेश्वर महादेव मंदिर में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा कोरोना मुक्ति एवं पर्यावरण शुद्धि के लिए आयोजित महायज्ञ में श्रृद्धालुओं ने आहूति दी। यज्ञ के यजमान आलोक आर्य सप्तनीक रहे। यज्ञोपरांत मेरठ प्रांत की नारी शक्ति प्रमुख संध्या गुप्ता ने हरित घर की संकल्पना एवं उसके निर्माण की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि हरित घर वहीं होता है, जहां जरूरत के मुताबिक पानी का प्रयोग किया जाए, गृह वाटिका एवं किचन वाटिका का निर्माण एवं ऊर्जा की बचत हो।

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