काली पट्टी बांध कर शिक्षकों ने किया कार्य

जेएनएन बिजनौर। सोमवार को प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 10:22 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 10:22 PM (IST)
काली पट्टी बांध कर शिक्षकों ने किया कार्य
काली पट्टी बांध कर शिक्षकों ने किया कार्य

जेएनएन, बिजनौर। सोमवार को प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। गोपनीय आख्या नियमावली सहित पुरानी पेंशन और अन्य मांगों को लेकर शिक्षकों द्वारा विरोध दर्ज कराया जा रहा है। शिक्षक पांच मार्च तक काली पट्टी बांधकर ही शिक्षण कार्य करेंगे।

सोमवार को उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के तहत शिक्षकों ने हाथी पर काली पट्टी बांध कर शिक्षण कार्य किया। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान विरोध दर्ज कराने के लिए इस तरह कार्य किया जा रहा है। संघ के ब्लाक अल्हैपुर की मंत्री अर्चना सिंह व मंत्री वैभव प्रताप ने बताया कि शिक्षक गोपनीय आख्या अंकन हेतु नियमावली जारी करने का विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा पुरानी पेंशन बहाली, शिक्षा मित्रों तथा अनुदेशकों का मानदेय बढ़ाए जाने, प्रत्येक विद्यालय में एक चतुर्थ श्रेणी एवं एक लिपिक की नियुक्ति किए जाने की भी मांग है।

संघ द्वारा निर्णय लिया गया है कि इस तरह काली पट्टी बांध कर शिक्षक पांच मार्च तक कार्य करेंगे। इसके अलावा प्रदेश के शिक्षकों को कैशलेस इलाज की सुविधा दिए जाने, बेसिक शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किए जाने तथा अन्य कर्मचारियों की भांति बेसिक शिक्षकों को पूरे सेवाकाल में कम से कम तीन पदोन्नति का लाभ दिए जाने की भी मांग की जा रही है। इस संबंध में 21 सूत्रीय मांग पत्र 17 फरवरी को मुख्यमंत्री को भेजा गया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर संघ ने यह निर्णय लिया है।

काली पट्टी बांधकर शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

जेएनएन, बिजनौर। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रांतीय आह्वान पर शिक्षकों ने बीआरसी कार्यालय पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार द्वारा 21 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं करने पर रोष भी प्रकट किया।

सोमवार सुबह दस बजे संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर यादव और ब्लाक अध्यक्ष हितेश चौहान के संयुक्त नेतृत्व में ब्लाक क्षेत्र के शिक्षक बीआरसी कार्यालय पर एकत्रित हुए। यहां पर उन्होंने 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में हाथों पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रांतीय आह्वान पर एक मार्च से पांच मार्च तक गोपनीय आख्या अंकन हेतु नियमावली के विरुद्ध जाकर महानिदेशक द्वारा निर्धारित किए गए पैरामीटर्स के विरोध तथा पुरानी पेंशन बहाली सहित 21 सूत्रीय लंबित मांगपत्र के समर्थन में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शित करते हुए विद्यालय में रहकर शिक्षण कार्य करना है। कहा कि पूर्व में 17 फरवरी को मांगों के निस्तारण को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया गया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मांगे पूरी न होने पर मई माह में जिला मुख्यालय स्तर पर धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया। प्रदर्शन करने वालों में जिला प्रवक्ता अंगजीत चौधरी, नितिन चौहान, भूपेंद्र चौहान, संजय कुमार, पंकज कुमार आदि शामिल रहे।

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