ड्यूटी में खेल, बीएलओ की जिम्मेदारी से भाग रहे सरकारी शिक्षक
बीएलओ की ड्यूटी कटवाने के नाम पर तहसील स्तर पर खेल चल रहा है। सरकारी शिक्षक ड्यूटी से भाग रहे हैं। शिक्षामित्रों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इतना ही नहीं तहसील प्रशासन और शिक्षा विभाग इस खेल के लिए एक-दूसरे के पर ठीकरा फोड़कर पल्ला झाड़ रहे हैं।
बिजनौर, जेएनएन। बीएलओ की ड्यूटी कटवाने के नाम पर तहसील स्तर पर खेल चल रहा है। सरकारी शिक्षक ड्यूटी से भाग रहे हैं। शिक्षामित्रों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इतना ही नहीं तहसील प्रशासन और शिक्षा विभाग इस खेल के लिए एक-दूसरे के पर ठीकरा फोड़कर पल्ला झाड़ रहे हैं।
जिले में त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत निर्वाचन नामावलियों के लिए के वृहद पुनरीक्षण कार्य कराने के लिए गांव-गांव बीएलओ नियुक्त किए जा रहे हैं। प्राथमिक और जूनियर स्कूल के शिक्षक-शिक्षिका बीएलओ बनाए जा रहे हैं। अब बीएलओ ड्यूटी में खेल चल रहा है। सरकारी शिक्षक कार्य से बचने के लिए ड्यूटी कटवा रहे हैं। शिक्षक मेडिकल बनवाकर शिक्षा विभाग से अनुमोदन लेकर तहसील से ड्यूटी कटवा रहे हैं। इतना ही नहीं सरकारी शिक्षक घर पर आराम फरमा रहे हैं, जबकि शिक्षामित्र और अनुदेशक को यह जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
इस तरह का ताजा मामला
ब्लॉक कोतवाली देहात के गांव मलकपुर देहरी में आया है। गांव में पहले बीएलओ कृतोनंगली स्कूल की शिक्षिका को सौंपी गई। उसने मेडिकल देकर ड्यूटी कटवा ली। इसके बाद एक अनुदेशक को इसकी जिम्मेदारी दी गई। वह भी मेडिकल देकर ड्यूटी कटवा चुके हैं। इसके बाद गांव मलकपुर देहरी के प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका को जिम्मेदारी सौंपी गई। उक्त शिक्षिका की बिना मेडिकल के ड्यूटी कट गई। अब तहसील प्रशासन ने स्कूूल के शिक्षामित्र को बीएलओ के तौर पर जिम्मेदारी दी है। गांव के शिक्षामित्र को पुनरीक्षण कराने पर ग्रामीण सवाल खड़े कर रहे हैं। वहीं इस तरह की ड्यूटी कटने पर शिक्षा विभाग और तहसील प्रशासन एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहा है।
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उन्होंने एक साल पूर्व सूची प्रशासन को सौंप दी है। तहसील स्तर पर ड्यूटी कट रही हैं। उन्होंने किसी की ड्यूटी नहीं कटवाई है।
-देशराज वत्स, बीईओ
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जिन शिक्षकों के मेडिकल पर शिक्षा विभाग ने अनुमति दी है। उन्हीं की ड्यूटी काटी जा रही है। बिना मेडिकल के भी ड्यूटी कटी है और सरकारी शिक्षक बीएलओ की ड्यूटी नहीं कर पाए हैं। इसी जांच कराई जाएगी।
-हामिद हुसैन, तहसीलदार नगीना।